हृदय रोगियों के लिए वरदान है अर्जुन का वृक्ष।
हृदय रोगियों के लिए वरदान है अर्जुन का वृक्ष।
जैसा कि सर्वविदित है भारतीय प्रारंभिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद तथा यूनानी पर आधारित थी । जहां हर एक बीमारी का इलाज संभव था वर्तमान में अनेक लाइलाज बीमारियां जैसे हृदय रोग, अल्सर, मधुमेह, कैंसर तथा एड्स आदि बीमारियां सामान्य है । इन सभी बीमारियों का एलोपैथी में इलाज किया जाता है लेकिन यह इलाज स्थाई नहीं है अतः किसी बीमारी के स्थाई इलाज हेतु आयुर्वेद महत्वपूर्ण उपाय हैं
श्री भगवानदास तोदी महाविद्यालय के वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर जितेंद्र कांटिया ने बताया कि उक्त सभी बीमारियों का समय रहते पता चल जाय तो इनका पूर्ण और स्थाई इलाज आयुर्वेद में संभव है। भारत में आयुर्वेदिक औषधियों का भंडार पाया जाता है यहां हर एक बीमारी के लिए महत्वपूर्ण पादप जड़ी बूटियां मिलती है ।
इनमें से अर्जुन का वृक्ष एक महत्वपूर्ण औषधिय पादप है जिसका उपयोग हृदय रोगियों के लिए सर्वाधिक किया जाता है
डॉ . कांटिया ने बताया कि अर्जुन की छाल हृदय के ब्लॉकेज खोलने में महत्वपूर्ण औषधि है l अर्जुन जिसका वानस्पतिक नाम टर्मिनेलिया अर्जुना है यह वृक्ष लगभग 70 फीट ऊंचा होता है इसका उपयोग सामान्य रूप से सीने के दर्द में, अस्थमा उपचार में, उच्च रक्तचाप उपचार में, उच्च कोलेस्ट्रोल आदि बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है।
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