राजसमन्द प्रशासन का 'परिंडा अभियान', कलेक्ट्रेट से हुआ आगाज़ हर व्यक्ति बेज़ुबान पक्षियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाए, एक परिंडा अवश्य लगाए : जिला कलक्टर
राजसमन्द प्रशासन का 'परिंडा अभियान', कलेक्ट्रेट से हुआ आगाज़
हर व्यक्ति बेज़ुबान पक्षियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाए, एक परिंडा अवश्य लगाए : जिला कलक्टर
राजसमंद / पुष्पा सोनी
गर्मी के मौसम में भीषण ताप और जल संकट का सबसे अधिक प्रभाव न केवल इंसानों पर, बल्कि निरीह पक्षियों पर भी पड़ता है। पक्षियों को पानी की अत्यधिक आवश्यकता होती है, लेकिन ग्रीष्म ऋतु में जल स्रोतों में पानी की कमी के कारण उन्हें पीने के लिए स्वच्छ जल मिलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में परिंडे (जल पात्र) पक्षियों के लिए जीवनरक्षक सिद्ध होते हैं। ये न केवल उन्हें प्यास बुझाने का जरिया देते हैं, बल्कि गर्मी के दौरान उनके शरीर के ताप को संतुलित रखने में भी मदद करते हैं।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने अब 'परिंडा अभियान' शुरू किया है। मंगलवार को जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने कलेक्ट्रेट में परिंडे बांधकर और उनमें पक्षियों के लिए जल भरकर अभियान की शुरुआत की। एडीएम नरेश बुनकर, सीईओ बृजमोहन बैरवा सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस दौरान सभी कार्मिकों और कलेक्ट्रेट पहुँचे आम नागरिकों को भी परिंडे वितरित किए गए। ये परिंडे जिले के प्रख्यात पक्षीप्रेमी कृष्ण गोपाल गुर्जर द्वारा बनाए गए थे। वर्षों से गुर्जर द्वारा किए जा रहे इस पावन कार्य के लिए कलक्टर ने उपरना ओढ़ाकर उनका सम्मान भी किया।
जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने जिले के सभी निवासियों से यह अपील की है कि अपने-अपने घरों या जहां भी संभव हो, पक्षियों के लिए परिंडे अवश्य लगाएं और उनमें नियमित रूप से जल भी भरें।
कलक्टर ने कहा कि परिंडे लगाने से न केवल पक्षियों की प्यास बुझाई जा सकती है, बल्कि यह मानवीय करुणा और पर्यावरण के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी का प्रतीक भी बन जाता है। घर की छत, बालकनी, पेड़ों या खुले स्थानों पर परिंडे लगाकर उन्हें प्रतिदिन ताज़ा जल देना एक सरल प्रयास है।
जिले के नाथद्वारा निवासी और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय भोपा की भागल के अध्यापक कृष्ण गोपाल गुर्जर ने जिला कलक्टर को बताया कि वे 27 वर्षों से यह कार्य कर रहे हैं और अब तक 72 हज़ार से अधिक परिंडे, पक्षी दाना स्टैंड, मिट्टी-लकड़ी से निर्मित घोंसले, पानी के कुंड आदि भामाशाहों के सहयोग से वितरित कर चुके हैं। इस कार्य में उनके सहयोगी अध्यापक जितेंद्र गुर्जर, करौली भी मदद करते हैं। कलेक्ट्रेट में अभियान शुभारंभ के दौरान सहयोगी देवांगभाई (मुंबई), आशीष भाई संघवी (मुंबई), सीडीईओ मुकुट बिहारी शर्मा, डीईओ प्रारंभिक राजेन्द्र गग्गड़, डीईओ माध्यमिक नूतन प्रकाश जोशी आदि उपस्थित रहे।
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