अंतिम सूची के बाद हटेगा धरना*- फार्मासिस्ट संघर्ष समिति

 *अंतिम सूची के बाद हटेगा धरना*- फार्मासिस्ट संघर्ष समिति 


जयपुर। फार्मासिस्ट भर्ती 2023 को पूरी करने की मांग को लेकर फार्मासिस्ट ने कई बार धरना प्रदर्शन किया। उसके बाद भी यह भर्ती समाचार लिखे जाने तक पूरी नहीं हुई। भर्ती पूरी कराने के विरोध में पूरे प्रदेश भर के फार्मासिस्ट मंगलवार से सीफू के बाहर टेंट लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे है। फार्मासिस्टों की मांग है कि जब तक हमारी अंतिम सूची जारी नहीं की जाएगी जब तक हम धरना जारी रखेंगे। एक तरफ तो सरकार युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही है और दूसरी ओर प्रदेश भर के फार्मासिस्ट अपना विरोध प्रदर्शन कर भर्ती पूरी कराने की मांग कर रहे है। प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए सभी फार्मासिस्टों ने अपने रहने की एवं खान की व्यवस्था भी सीफू के सामने ही कर रखी है। धरना स्थल पर देखा गया है कि महिला फार्मासिस्ट अपने छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों को भी धरना स्थल पर लेकर आ रही है क्योंकि यह उनकी मजबूरी है। एवं कुछ महिला फार्मासिस्ट अपने माता-पिता के साथ आती है क्योंकि उन्हें प्रदेश भर से दूर  दराज से आना पड़ता है। विडंबना है की जिन फार्मासिस्टों को मुख्यमंत्री निशुल्क दवा वितरण योजना पर दवाई बांटनी चाहिए वे फार्मासिस्ट सीफू के सामने धरना देकर पुरीया बाटते हुए दिखाई दे रहे हैं। फार्मासिस्ट संघर्ष समिति के सदस्य ने जानकारी देते हुए बताया कि 2023 की भर्ती में आठ कैडर में से 7 कैडर की भर्ती पूरी हो चुकी है लेकिन एक कैडर फार्मासिस्ट की भर्ती पूरी नहीं हुई। इसके लिए हमें तीन बार निश्चित समय भी दिया जा चुका है लेकिन उस समय पर भी भर्ती पूरी नहीं होने के कारण हमें मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है।जैसा की पहले भी कई बार समाचार पत्रों के माध्यम से अवगत कराया गया है कि मुख्यमंत्री निशुल्क दवाई योजना पर फार्मासिस्ट  की जगह हेल्परों से भी दवाईयां बटवाई जा रही थी। जिससे  जाहिर होता है कि फार्मासिस्टों के नियमों का उल्लंघन हो रहा है। जबकि मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना सरकार की एक जनकल्याणकारी योजना है।

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