दिव्यांगजनों के लिए सहारा बनी राज्य सरकार: जनसुनवाई में मिला श्री डालू राम को नया जीवन*

 *दिव्यांगजनों के लिए सहारा बनी राज्य सरकार: जनसुनवाई में मिला श्री डालू राम को नया जीवन*  



*राजसमंद /  पुष्पा सोनी* 


*राजसमंद।* राज्य सरकार द्वारा आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम दिव्यांगजनों और जरूरतमंदों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभर रहा है। गुरुवार को राजसमंद कलेक्ट्रेट के डीओआईटी वीसी कक्ष में आयोजित जिला स्तरीय जनसुनवाई में एक ऐसा ही मार्मिक दृश्य देखने को मिला, जब कुंभलगढ़ तहसील के लाम्बोड़ी गांव के निवासी श्री डालू राम को जिला कलेक्टर ने ट्राइसाइकिल प्रदान की।  


बैसाखियों पर आए श्री डालू राम ने कलेक्टर से गुहार लगाई कि यदि उन्हें ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराई जाए, तो उनका जीवन सरल और आत्मनिर्भर हो सकेगा। उनकी इस अपील पर कलेक्टर श्री असावा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक श्री जय प्रकाश चारण को ट्राइसाइकिल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।  


कुछ ही देर में ट्राइसाइकिल कलेक्ट्रेट में मंगवाई गई, और कलेक्टर श्री असावा ने विधिवत उपरना ओढ़ाकर श्री डालू राम को ट्राइसाइकिल भेंट की। इस सहयोग से श्री डालू राम की खुशी का ठिकाना न रहा। उन्होंने राज्य सरकार और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह ट्राइसाइकिल मेरे जीवन का नया सहारा बनेगी और मुझे आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।"  


ट्राइसाइकिल प्रदान करने के साथ ही, कलेक्टर ने मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना के तहत श्री डालू राम का ऋण आवेदन भरवाया। इस योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे स्वरोजगार के माध्यम से अपनी आजीविका सुनिश्चित कर सकें। यह पहल राज्य सरकार की दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशीलता और उनके सशक्तिकरण के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।  

  

राज्य सरकार द्वारा हर महीने आयोजित की जाने वाली जनसुनवाई कार्यक्रम प्रशासन और जनता के बीच एक सशक्त सेतु का कार्य कर रहा है। यह मंच नागरिकों को अपनी समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने और उनके समाधान की प्रक्रिया में भागीदारी करने का अवसर प्रदान करता है।  


इस कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहकर नागरिकों की समस्याओं को सुनते हैं और तत्काल समाधान के लिए कदम उठाते हैं। चाहे वह बुनियादी सुविधाओं की कमी हो, भूमि विवाद हो, या दिव्यांगजनों की सहायता का मामला—हर विषय पर गंभीरता से विचार किया जाता है।  


कलेक्टर श्री असावा ने कहा, "जनसुनवाई का उद्देश्य न केवल लोगों की समस्याओं को समझना है, बल्कि उनके समाधान के लिए तत्काल कदम उठाना भी है। यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह नागरिकों के जीवन को सरल और सुरक्षित बनाए।"  


राज्य सरकार की यह पहल न केवल प्रशासनिक व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और उत्तरदायी बना रही है, बल्कि जनता के बीच विश्वास को भी मजबूत कर रही है। जनसुनवाई के माध्यम से प्रशासन नागरिकों को यह भरोसा दिलाने में सफल हो रहा है कि उनकी समस्याओं को न केवल सुना जाएगा, बल्कि उन्हें हल करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।  


श्री डालू राम को ट्राइसाइकिल प्रदान करने का यह उदाहरण राज्य सरकार की संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय क्षमता का प्रतीक है। यह घटना इस बात को प्रमाणित करती है कि जनसुनवाई जैसे कार्यक्रम केवल एक औपचारिकता नहीं हैं, बल्कि वास्तविक परिवर्तन लाने का माध्यम हैं।  


राजसमंद में आयोजित यह जनसुनवाई राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों की एक झलक है। यह पहल दिव्यांगजनों को न केवल आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करती है, बल्कि उनके जीवन को गरिमा और सुरक्षा भी प्रदान करती है। राज्य सरकार का यह कदम निश्चित रूप से समाज के कमजोर वर्गों के लिए प्रेरणा और सहारा बना रहेगा।

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