केन्द्र सरकार को बांग्लादेश का दाना पानी बंद करें* *शांति सेना बांग्लादेश भेजा जाए*
*केन्द्र सरकार को बांग्लादेश का दाना पानी बंद करें*
*शांति सेना बांग्लादेश भेजा जाए*
जयपुर | बांग्लादेश में हिंदुओं समाज के साथ अत्याचार पर पूरे देश में आक्रोश है साधु संतों ने गंभीर चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से इस संबंध में ठोस कदम उठाने की मांग की है मानवता केन्द्र संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पंडित ने कहा की जरूरत पड़ने पर संत समाज बांग्लादेश कुच करने की तैयारी कर चुके है बांग्लादेश में हिंदू को निशाना बनाया जा रहा है और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है उनकी दुकानों प्रतिष्ठानों को लूटपाट कर जलाया जा रहा है महिलाओं बच्चे एवं पुरुष जो भी कोई मिल जाए उनको हत्याएं की जा रही है | महिलाओं एवं लड़कियों के साथ बलात्कार वह हत्या की जा रही है | केंद्र सरकार को अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना और बांग्लादेश को कडी चेतावनी देनी चाहिए जिससे बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके | संयुक्त राष्ट्र से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की जानी चाहिए | बांग्लादेश में हिंदुओं को चुन-चुन का निशाना बनाया जा रहा है भारत की मदद से चलने व फूलने फलने वाले बांग्लादेश की नई पीढ़ी में जहर घोला जा रहा है | जहर घोलकर भारत को कमजोर करने की कोशिश किया जा रही है केंद्र को सतर्क रहने की जरूरत है देश के विभिन्न राज्यों में बांग्लादेशी मुसलमान रह रहे हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से देश से बाहर निकाल देना चाहिए , नहीं तो देश के लिए बडा खतरा बन सकता है |
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार... भारत के पास कोई विकल्प है क्या?
बांग्लादेश में हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों में आक्रोश बढ़ गया है। सत्ता परिवर्तन के बाद से यहां हिंदू मंदिरों और पूजा स्थलों पर हिंसा बढ़ी है। नई सरकार हिंदू अल्पसंख्यों को लेकर कर रही भेदभावपूर्ण कार्रवाई गलत है| बांग्लादेश में मौजूदा सरकार ने हमारी आंखें खोलते हुए हमें सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सबसे पहले, अब यह स्पष्ट है कि सत्ता का केंद्र काफी हद तक इस्लामवादियों के हाथों में चला गया है |बांग्लादेश के इस्लामवादी गढ़ बनने की पूरी आशंका है , जिसके पूर्वी भारत के लिए भयावह परिणाम होंगे। इस्लामवादियों के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव के कारण बांग्लादेश के हिंदू अल्पसंख्यकों की स्थिति और भी अधिक खराब हो गई है | अल्पसंख्यकों के साथ ही मंदिरों पर हमले बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई के बीच 57 घटनाएं पूजा स्थलों (मुख्य रूप से हिंदू मंदिरों) पर हमला किया गया, तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। हिंदुओं के उत्पीड़न के कारण समुदाय के लोग बुरी तरह डरे हुए है | राजस्थान में भी बांग्लादेशियों को होटल रेस्टोरेंट और हॉस्पिटल आदि में कोई ईलाज सुविधा एवं ठहरने के लिए जगह नही देना चाहिए |
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