प्रतिदिन जैन महाभारत पर आधारित प्रवचन का हो रहा व्याख्यान
- प्रतिदिन जैन महाभारत पर आधारित प्रवचन का हो रहा व्याख्यान
उदयपुर 14 अगस्त। श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्तवावधान में तपोगच्छ की उद्गम स्थली आयड़ तीर्थ में रामचन्द्र सुरिश्वर महाराज के समुदाय के पट्टधर, गीतार्थ प्रवर, प्रवचनप्रभावक आचार्य हितवर्धन सुरिश्वर आदि ठाणा का चातुर्मास की धूम जारी है। महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि बुधवार को आयड़ तीर्थ के आत्म वल्लभ सभागार में सुबह 7 बजे संतों के सानिध्य में ज्ञान भक्ति एवं ज्ञान पूजा, अष्ट प्रकार की पूजा-अर्चना की गई। वहीं सभी श्रावक-श्राविकाओं ने जैन महाभारत ग्रंथ की पूजा-अर्चना की।
नाहर ने बताया कि आयोजित धर्मसभा में आचार्य हितवर्धन सुरिश्वर ने जैन महाभारत पर आधारित प्रवचन में बताया कि हारो तो भी घमण्ड नहीं करना चाहिए और जीतो तो भी घमण्ड नहीं करना चाहिए। गरीब में भी घमण्ड हानिकार है और अमीरों में भी घमण्ड हानिकारक है। बचपन में भी घमण्ड से नुकसान है और योवन एवं बढ़ापे में भी घमण्ड नुकसान ही है। दुर्योधन इस विषय का उदाहरण है। घमण्ड का शिखर एवं तुलना का अतिरेख उनके जीवन में फाईल थे। इसी दुर्याधन में दुर्योधन पैदा किया। चातुर्मास संयोजक अशोक जैन ने बताया कि 18 अगस्त को गीत-संगीत के साथ अष्टापद भाव यात्रा का कार्यक्रम आयड़ तीर्थ में आयोजन होगा। जिनमें सारे उदयपुर सहित कई शहर से श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहेंगे।
चातुर्मास समिति के प्रकाश नागोरी ने बताया कि चातुर्मास के दौरान प्रतिदिन सुबह 9.30 बजे आचार्य हितवर्धन सुरश्वर द्वारा जैन महाभारत पर रोचक प्रवचन हो रहे है। इस अवसर पर तेजसिंह बोल्या, कुलदीप नाहर, अशोक जैन, प्रकाश नागोरी, सतीस कच्छारा, राजेन्द्र जवेरिया, चतर सिंह पामेचा, चन्द्र सिंह बोल्या, हिम्मत मुर्डिया, कैलाश मुर्डिया, श्याम हरकावत, भोपाल सिंह नाहर, अशोक धुपिया, गोवर्धन सिंह बोल्या आदि मौजूद रहे।
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