राजस्थानी और हिन्दी गीतों के चमकते नक्षत्र थे गीतकार पंडित भरत व्यास- डॉक्टर अशफाक कादरी
राजस्थानी और हिन्दी गीतों के चमकते नक्षत्र थे गीतकार पंडित भरत व्यास- डॉक्टर अशफाक कादरी
पंडित भरत व्यास की पुण्य तिथि पर स्वरांजलि, भावांजलि और पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित
बीकानेर 5 जुलाई। सुप्रसिद्ध फिल्म गीतकार पंडित भरत व्यास की पुण्यतिथि और प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता श्री बी एम व्यास की स्मृति में स्थानीय टाउन हाल में स्वरांजलि, भावांजलि और पुष्पांजलि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए फिल्म समीक्षक डॉक्टर अशफाक कादरी ने कहा कि
गीतकार पंडित भरत व्यास राजस्थानी और हिन्दी गीतों के चमकते नक्षत्र थे। उन्होंनें अनेकों अमर गीत लिखे जो जन-जन में चेतना जाग्रत करने वाले थे। इसी प्रकार बी एम् व्यास भी एक सफल अभिनेता के साथ अच्छे गायक, लेखक और संवेदनशील कवि थे। कवि-कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि पंडित भरत व्यास मायड भाषा राजस्थानी और हिन्दी के प्रसिद्ध गीतकार, नाटककार-कथाकार और अभिनेता के साथ चमकते नक्षत्र थे। इनके द्वारा लिखे फ़िल्मी गीतों में अन्याय के खिलाफ संघर्ष, भ्रष्टाचार और कालाबाजारी के विरोध में स्वर मुखरित होते थे। इनके लिखे गीतों में यथार्थ, आदर्श, सौन्दर्य-बोध, प्रेम व्यंजना, प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ धर्म- अध्यात्म का चित्रांकन रहता था। इसी प्रकार बी एम् व्यास के लिए कहा जाता है कि उन्होंने भूखा से समझौता करना स्वीकार किया लेकिन स्तर से नीचे गिरकर किसी के आगे हाथ फैलाना स्वीकार नहीं किया। कवि कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि पंडित भरत व्यास ने जन कवि के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की और बी एम् व्यास स्टंट फिल्मों में अपना सीन स्वयं करते थे इस कारण उन्हें कई बार खतरों का सामना करना पड़ा। डॉक्टर एस.एन .हर्ष ने दोनों विभूतियों के व्यक्तित्व-कृतित्व और भारतीय सिनेमा में दोनों भाइयों के योगदान के विभिन्न आयामों पर चर्चा की और उनसे जुड़ी स्मृतियां साझा की।
इससे पहले सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के साथ दोनों महान विभूतियों के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर अजय जोशी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों विभूतियों को स्वरांजलि भावांजलि और पुष्पांजलि देने का यह अपने आप में अनूठा कार्यक्रम है। कार्यक्रम समन्वयक यामिनी जोशी ने पुत्री के रूप में दोनों के साथ अपने बचपन से जुड़े संस्मरण साझा किए।
स्वर श्रृंगार कला केंद्र के संयोजक जवाहर जोशी एवं ज्योति वधवा रंजना ने बताया कि कार्यक्रम में गायक काकारों ने पंडित भरत व्यास द्वारा रचित और श्री बी. एम. व्यास द्वारा अभिनीत फिल्मों के गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। गायकों में जवाहर जोशी, ज्योति वधवा रंजना, शिवम जोशी, डॉक्टर हिमांशु दाधीच, कुमार महेश, श्री बी. एल. नवीन, राजेंद्र पड़िहार, सुमन अग्रवाल, लक्ष्मी नारायण, सुनील सादी, सरोज, सचिन, अजीतसिंह, महेश वर्मा, के के सोनी, संतोष तिवाडी ने संगीत प्रस्तुतियां दी।
वक्ताओं और गायक कलाकारों को अपर्णा और स्मृति चिह्न देकर डॉक्टर रेणुका व्यास नीलम, पार्षद सुधा आचार्य, मोनिका गौड, कमल रंगा, गिरिराज पारीक, डॉक्टर बसंती हर्ष, झंवरा स्वर्णकार, जुगलकिशोर पुरोहित, डॉक्टर फारूख चौहान, अब्दुल शकूर सिसोदिया, डॉक्टर गौरीशंकर प्रजापत, डॉक्टर श्री दत्त दवे, रंगकर्मी रवि माथुर, संजय श्रीमाली, योगेश पुरोहित,शिवशंकर व्यास, महेश जोशी, छगनलाल व्यास, डॉक्टर पुनीत जोशी, भारती जोशी, आयुषी जोशी, दर्श जोशी, भायासा श्रीमाली ने सम्मानित किया। कार्यक्रम संयोजक जवाहर जोशी ने सभी का आभार माना।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें