विद्यापीठ -एकेडमिक कौन्सिल की बैठक सम्पन्न विद्यापीठ में गुरूकुल शिक्षा पद्धति की होगी स्थापना - प्रो. सारंदेवोत विकसित भारत के तहत होंगे कार्यक्रम
विद्यापीठ -एकेडमिक कौन्सिल की बैठक सम्पन्न
विद्यापीठ में गुरूकुल शिक्षा पद्धति की होगी स्थापना - प्रो. सारंदेवोत
विकसित भारत के तहत होंगे कार्यक्रम
एग्रीकल्चर महाविद्यालय में आगामी सत्र से पीएच डी शुरू करने का लिया निर्णय
विद्यापीठ करेगा स्किल हब की स्थापना
विवेक अग्रवाल
उदयपुर संवाददाता (जनतंत्र की आवाज) 7 जनवरी। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय की एकेडमिक कौन्सिल की बैठक रविवार को प्रतापनगर स्थित कुलपति सचिवालय के सभागार में कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में 28 जून को आयोजित बैठक के कार्य विवरण को सर्वसम्मति से स्वीकृति दी गई। प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि ध्वस्त हुई प्राचीन ज्ञान शिक्षा प्रणाली को पुनर्जिवित करने के लिए विद्यापीठ आगामी सत्र से गुरूकुल शिक्षा केन्द्र की स्थापना करेगा। जिसमें भावी पीढ़ी को प्राचीन ज्ञान, परम्परा, संस्कृति तथा उसके सामयिक महत्व से अवगत कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर महाविद्यालय में आगामी सत्र से पीएच डी शुरू करने के निर्णय के साथ 50 से अधिक शॉर्ट टर्म पाठ्यक्रम शुरू करने, जिसमें डिजिटल मार्केटिंग, हेल्थ एण्ड वेलनेस, फाईनेंस टेक्नोलॉजी, फेशन टेक्नोलॉजी, सोफ्ट स्किल, क्रिटिकल स्किल व विदेश जाने वाले विद्यार्थियों को दो डिग्री एक साथ करने, प्राचीन ज्ञान पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया। विद्यापीठ में प्रधानमंत्री कौशल योजना के तहत स्किल हब की स्थापना की जायेगी। बैठक में आईक्यूएसी द्वारा दिये गये सुझावों, प्रस्तावों एवं नवीन पाठ्यक्रम संचालित करने पर विस्तार से चर्चा कर निर्णय लिए गए। संस्थान के सभी विभागाध्यक्ष माह में एक बार नेक के अनुसार अपने विभाग का प्रजेंटेशन देंगे। बैठक सभी संकायों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम, नवीन संकाय पर विस्तृत चर्चा की गई व उनमें आई कठिनाईयों का समाधान बताया गया। बैठक में विेकसित भारत, नशा मुक्ति अभियान के तहत सभी संकायों में सेमीनार, गोष्ठी, जागरूकता शिविर आदि लगाने पर जोर दिया।
महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के उद्देश्य से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं से सम्बंधित शॉर्ट टर्म कोर्स सिखाये जायेंगे जिससे महिलाएं अपने क्षेत्रों में ही स्वयं का रोजगार प्रारंभ कर अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर सकेगी, जिससे शहरों की ओर पलायन भी कम होगा।
इन पाठ्यक्रमों को मिली मंजूरी:-
प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि नेशनल स्किल काउन्सिल के आईटी - आईटीईएस के साथ हुए एमओयू के अन्तर्गत इमरजिंग टेक्नोलॉजी के सर्टिफिकेट कोर्स कराये जायंेगे, इसके साथ ही एमएससी इन ओस्टियोंपेथी के पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय किया गया।
निजी सचिव केके कुमावत ने बताया कि बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, पीजीडीन प्रो. जीएम मेहता , परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, प्रो. सरोज गर्ग, प्रो. जीवन सिंह खरकवाल, डॉ. युवराज सिंह राठौड़, डॉ. शैलेन्द्र मेहता, डॉ. एसबी नागर, प्रो. मंजु मांडोत, डॉ. राजन सूद, डॉ. नीरू राठौड़, डॉ. अमिया गोस्वामी, डॉ. रचना राठौड़, डॉ. अमी राठौड़, डॉ. सुनील चौधरी, डॉ. शिल्पा कठांलिया, प्रो. एसएस चौधरी, डॉ. सपना श्रीमाली, डॉ. कुल शेखर व्यास, डॉ. अपर्णा श्रीवास्तव, डॉ. भूरालाल श्रीमाली, डॉ. संतोष लाम्बा, गजेन्द्र सिंह, उदयभान सिंह, डॉ. अलकनंदा शर्मा, डॉ. हेमंत साहू, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. गुणबाला आमेटा, डॉ. जयसिंह जोधा सहित विद्यापीठ के डीन, डायरेक्टर, विभागाध्यक्षों ने भाग लिया।
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