तीन दिवसीय विश्व जल सम्मेलन का आगाज आज से विश्व के छहों महाद्वीपों के प्रतिनिधि भाग लेने आएँगे उदयपुर में
तीन दिवसीय विश्व जल सम्मेलन का आगाज आज से
विश्व के छहों महाद्वीपों के प्रतिनिधि भाग लेने आएँगे उदयपुर में
बाढ़, सुखे की समस्या एवं इसके समाधान पर होगा मंथन
देश, विदेश के सौ से अधिक प्रतिभागी लेगे भाग
उदयपुर 19 नवम्बर / विश्व में आ रही बाढ़, सुखे के कारणों एवं इसकी रोकथाम के लिए जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय एवं विश्व जन आयोग स्वीडन के संयुक्त तत्वावधान में दूसरे तीन दिवसीय विश्व जल सम्मेलन का आगाज सोमवार को दोपहर 04 बजे प्रतापनगर स्थित आईटी सभागार होगा। रविवार को सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप रूप देते हुए कुलपति प्रो. शिवसिंह सारंगदेवोत ने बताया कि सम्मेलन का शुभारंभ प्रसिद्ध पर्यावरणविद् व मैग्सेसे पुरस्कार विजेता पानी वाले बाबा डॉ राजेंद्र सिंह, नमामी गंगे के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार, प्रेम निवास शर्मा, रामभूज, इंदिरा खुराना, कुल प्रमुख भंवर लाल गुर्जर, पद्मश्री श्यामसुंदर पालीवाल, ग्रेब्रियल मेयर - यूएस, रमेश शर्मा करेंगे। कान्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य दुनिया में आ रही बाढ़ और सुखाड़ के कारणों को जान कर उसका समाधान खोजना, और समाधान खोज कर उस पर कार्य करने की योजना बनाना है। भारत में दूसरी बार विद्यापीठ की मेजबानी में विश्व जल सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है जो विश्व में होने वाली बाढ़, सुखाड़ के मुद्दे पर संयुक्त रूप से समाधान ढुंढने की तैयारी कर रहा है।
यहॉ से आयेगे प्रतिभागी:-
प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि तीन दिवसीय विश्व जल सम्मेलन में आयोग के अध्यक्ष, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् व मैगसेसे पुरस्कार विजेता पानी वाले बाबा डॉ राजेंद्र सिंह, छहों महाद्वीप से प्रतिनिधि आयेगे जिसमें अफ्रीका , अमरीका, नोर्थ अमेरिका, ऐशिया, युरोप से खासकर उस देशों से जिन देशों में पिछले दो सालों में बाढ़ और सुखे के कारण विनाश हुआ है। इसके अलावा अफ्रीका , अमरीका, नोर्थ अमेरिका, ऐशिया, युरोप, स्वीडन, कनाड़ा, इजिप्ट, पुतर्गाल, लिथूनिया, आस्ट्रेलिया, नेपाल सहित भारत के महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, लद्वाक, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक , राजस्थान के विभिन्न राज्यों से सौ से अधिक प्रतिभागी सुखे एवं बाढ पर अपने विचारों से अवगत करायेगे। ये सम्मेलन दुनिया की बाढ़ सुखाड के समाधान सुझाने के लिए भारत में दूसरी बार पहल हो रही है।
बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, डॉ. युवराज सिंह राठौड़, डॉ. भारत सिंह देवड़ा, डॉ. प्रदीप सिंह शक्तावत, डॉ. हेमंत साहू, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, भगवती लाल श्रीमाली, डॉ. हिम्मत सिंह चुण्डावत, निजी सचिव केके कुमावत, डॉ. यज्ञ आमेटा,डॉ. रोहित कुमावत, दुर्गाशंकर, डॉ. संजय चौधरी, विकास डांगी, सहित समिति सदस्य उपस्थित थे।
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