राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय बलदेव नगर, जोधपुर में आज 74वां गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय बलदेव नगर, जोधपुर में आज 74वां गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
वार्ड पार्षद ओ पी भाटी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। शिक्षाविद् केशाराम जी डुडी, समाजसेवी संपत जी देवड़ा, अशोक गहलोत विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। विद्यालय स्टाफ सदस्यों घनश्याम प्रसाद चौहान, महेशचंद दाधीच, विश्वजीत गहलोत, दारा सिंह, महावीर प्रसाद, सीताराम, राजेंद्र शर्मा, कैलाश सुथार, मीना कश्यप, मंजुल कुमारी, रेणु कंवर, मोनिका चौधरी द्वारा माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया गया ।
अतिथियों के साथ प्रधानाध्यापक श्रीमती हेमा शर्मा ने ध्वजारोहण के बाद मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने राजस्थानी लोक नृत्य, देशभक्ति गीतों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी तथा समा बांध दिया।
मुख्य अतिथि ओपी भाटी ने बच्चों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए संविधान को अपनाकर उसे जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया तथा राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताते हुए उनसे लाभ लेने के लिए भी प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि केशाराम जी डुडी ने इस देश को स्वतंत्र कराने वाले वीर शहीदों को नमन करते हुए बच्चों को इस आजादी व गणतंत्र की कीमत से रूबरू कराया।
विद्यालय अध्यापक महेशचंद दाधीच ने कहा कि अनेकों वीर सपूत जिनके त्याग और बलिदान से हमें आजादी मिली, जिनकी वजह से आज हम गणतंत्र दिवस मना रहे हैं हमें उनके आदर्शो को जीवन में उतारने का प्रयत्न करना चाहिए तभी सच्चे अर्थों में यह गणतंत्र दिवस मनाना सफल हो पाएगा उन्होंनेे सभी अतिथियों व वक्ताओं का आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में इसी तरह विद्यालय परिवार से जुड़े रहने के लिए आग्रह किया । मंच संचालन वरिष्ठ अध्यापक दारा सिंह ने किया।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रधानाध्यापक श्रीमती हेमा शर्मा ने भी सभी अतिथियों, अभिभावकगणों गुरुजनों तथा बच्चों को इस गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज गणतंत्र दिवस के साथ बसंत पंचमी भी है तो यह एक बहुत अच्छा संयोग है।
उन्होंने सभी अतिथियों व अभिभावकगणों को कार्यक्रम में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया तथा सफल व शानदार कार्यक्रम के लिए सभी स्टाफ सदस्यों व बच्चों को बधाई दी तथा कहा कि हम सभी इस लोकतंत्र का हिस्सा है और हम सभी को एक अच्छे और सच्चे भारतीय की तरह अपनी भूमिका का निर्वहन अच्छे से करना होगा तभी भारतीय लोकतंत्र सच्चे अर्थों में सफल हो पाएगा।
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