भगवान पारसनाथ चंदा प्रभु का तप वह जन्म कल्याण दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया*
*कुशलगढ़
*ललित गोलेछा ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट*
भगवान पारसनाथ चंदा प्रभु का तप वह जन्म कल्याण दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया*
स्थानीय दिगंबर जैन मंदिर परिसर में आयोजित धर्मसभा में प्रवचन देते हुए
*विश्वास सागर महाराज* ने कहा
महापुरुषों की जयंती मनाई जाती है और तीर्थंकर भगवान की कल्याण महोत्सव मनाया जाता है
महाराज श्री ने कहा कि भगवान पारसनाथ जैन धर्म के तीर्थंकर है उनकी मूर्ति के दर्शन मात्र से ही जीवन की शांति का अहसास होता है पारसनाथ भगवान के स्मरण से हमारे पुण्य कर्म उदय होते हैं
*धर्म सभा में श्रुतधरनंदी जी महाराज* ने कहा कि
जब तीर्थंकर बालक का जन्म होता है दीक्षा कल्याण जब तीर्थंकर सब कुछ त्याग कर वन में जाकर मुनि दीक्षा ग्रहण करते हैं केवल ज्ञान
जब तीर्थंकर को केवल की प्राप्ति होती है मोक्ष कल्याणक भगवान शरीर का त्याग कर अर्थात सभी कर्म नष्ट करके निर्माण मोक्ष को प्राप्त करते हैं
महाराज श्री ने कहा कि भगवान के संदेशों को जीवन में उतारने की प्रेरणा दी
*धर्म सभा में समाज के अध्यक्ष जयंतीलाल सेट महामंत्री हसमुखलाल सेट* सहित समाज जन उपस्थित थे
धर्म सभा के पूर्व कुशलगढ़ विराजित श्रुतधरनंदीजी बैंड बाजों के साथ वागोल पारसनाथ से बिहार कर कुशलगढ़ आ रहे हैं *विश्वास सागर महाराज* अगवानी कर चौराहे पर दोनों मुनि श्री का मिलन हुआ जहां जयकारों से के साथ पुष्प वर्षा की गई
दोनों संत पुनः कुशलगढ़ प्रवेश किया जहां जगह-जगह मुनि श्री का पाद प्रक्षालन किया गया जयकारों की गूंज के साथ पुष्प वर्षा करते हुए समाज जन चल रहे थे सैकड़ों की तादाद में महिला पुरुष तेरापंथी मंदिर पहुंचे जहां संतो ने मंदिर के दर्शन के पश्चात बीसपंथी मंदिर पहुंचे जहां धर्म सभा का आयोजन किया गया
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