संगीत वाटिका के तत्वावधान में यादगार संगीत संध्या टाइमलेस ट्यून : जहां हर सुर ने छू लिया दिल का तार
संगीत वाटिका के तत्वावधान में यादगार संगीत संध्या
टाइमलेस ट्यून : जहां हर सुर ने छू लिया दिल का तार
कोटा/ उदयपुर संवाददाता जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल । संगीत वाटिका के तत्वाधान में लैंडमार्क सिटी, कोटा में "टाइमलेस ट्यून - ए जर्नी ऑफ़ एवरग्रीन मेलडीज़" संगीत संध्या का भव्य आयोजन अत्यंत उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर संगीत वाटिका के विद्यार्थियों तथा अतिथि कलाकारों ने लता मंगेशकर, आशा भोसले, मोहम्मद रफ़ी, किशोर कुमार, हेमंत कुमार, येसुदास और मुकेश सहित अनेक दिग्गज गायकों के सदाबहार गीतों को सुरों में पिरोकर प्रस्तुत किया और उपस्थित श्रोताओं को एक सुरमयी यात्रा पर ले गए। संगीत वाटिका की निदेशक डॉ. शिल्पी सक्सेना ने बताया कि ऐसे आयोजनों का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को भारत की महान संगीत परंपरा और दिग्गज कलाकारों के अमूल्य योगदान से परिचित कराना है। उन्होंने कहा कि पुराना मधुर संगीत मन को ऊर्जा देने के साथ मानसिक तनाव को दूर करने में भी अत्यंत प्रभावी है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. कुलदीप सिंह राणा तथा राकेश कुमार सक्सेना द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम संयोजक सत्यनारायण गोस्वामी ने बताया कि संगीत वाटिका के अनेक विद्यार्थियों ने अपनी मधुर प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम संयोजक सत्यनारायण गोस्वामी ने बताया कि संगीत वाटिका के विद्यार्थियों संगीत वाटिका के कई विद्यार्थियों ने इसमें मधुर गायन से पुराने गायक गायको को याद किया जिनमें अद्विक जैन ने होश वालों को खबर क्या...अविका सक्सेना ने आईए मेहरबान... दिशा गारू ने इशारों इशारों में दिल लेने वाले... दीपा रानी ने तूने ओ रंगीले कैसा जादू किया...कमलेश महावर ने दिल क्या करे जब किसी को... जैसी पुरानी धुनों को सुरों में पिरोकर यादगार प्रस्तुति दी। अतिथि कलाकारों ने भी कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। अतिथि कलाकारों में राकेश कुमार सक्सेना ने आगे भी जाने ना तू...ममता महावर ने तेरे बिना जिंदगी से कोई.. राजेश भटनागर ने नियते शौक...डॉ कुलदीप सिंह राणा ने हाथों की चंद लकीरों में... संजय शर्मा ने तेरी तस्वीर को सीने से लगा रखा है...विवेक शर्मा ने एक तेरा साथ हमको... विजय गौतम ने जब से तेरे नैना... विशाल सक्सेना ने लुक छुप ना जाओ जी...डॉ. रूचि जौहरी ने पन्ना की तमन्ना है...महेंद्र सैनी ने जीवन के दिन छोटे से ही...वेद प्रकाश शर्मा ने है अपना दिल तो आवारा...साहू जी ने दिल में हो तुम...जैसे कालजयी गीतों से वातावरण को संगीतमय बना दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएमओ के वाइस प्रेसिडेंट एवं नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ प्रो. डॉ. कुलदीप सिंह राणा एवं राकेश कुमार सक्सेना क्षेत्रीय संयोजक संगम कला ग्रुप रहे । कार्यक्रम के प्रायोजक शैलेंद्र शर्मा थे। संध्या अपने मधुर और यादगार प्रस्तुतियों के कारण श्रोताओं के मन में लंबे समय तक गूंजती रही।

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