संसद में मेवाड: राजस्थान में 639 पीएम श्री विद्यालय, गुणवत्ता बढाने के लिए सरकार लागू कर रही हैं कई योजनाएं
संसद में मेवाड: राजस्थान में 639 पीएम श्री विद्यालय, गुणवत्ता बढाने के लिए सरकार लागू कर रही हैं कई योजनाएं
-सांसद डॉ मन्नालाल रावत के प्रश्न पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री का जवाब
-राष्ट्रीय शिक्षा नीति की पहल है पीएम श्री विद्यालय, उदयपुर लोकसभा क्षेत्र में 58 पीएम श्री विद्यालय
उदयपुर संवाददाता जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। उदयपुर। राजस्थान में संचालित 639 पीएम विद्यालयों सहित देशभर में 13 हजार से ज्यादा पीएम-श्री विद्यालय चल रहे हैं, जहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए कई अभिनव योजनाएं लागू की गई है और गुणवत्ता बढाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। उदयपुर लोकसभा क्षेत्र में उदयपुर, डूंगरपुर, सलूंबर व प्रतापगढ जिलों में 58 पीएम श्री विद्यालय चल रहे हैं जहां वित्तीय वर्ष 2025-26 में ही 6 करोड से ज्यादा व्यय किया गया है।
सांसद डॉ मन्नालाल रावत द्वारा पीएम श्री विद्यालयों को लेकर पूछे गए प्रश्न पर संसद में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उदयपुर में 22, सलूंबर में 8, डूंगरपुर में 14 तथा प्रतापगढ में 14 पीएम श्री विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। सांसद डॉ रावत ने देश में पीएम श्री विद्यालय योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत विद्यालयों के उन्नयन एवं क्षमता निर्माण के लिए किए गए कार्यों, स्वीकृत धनराशि, लाभान्वित विद्यालयों की संख्या, राजस्थान में चयनित विद्यालयों की संख्या, गुणवत्ता मानकों को समय पर पूरा करने के लए सरकार द्वारा की जाने वाली निगरानी तथा उदयपुर, सलूम्बर, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ जिलों में पीएम-श्री विद्यालय योजना के अंतर्गत चयनित विद्यालय व स्वीकृत धनराशि स्वीकृत को लेकर प्रश्न पूछे थे।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि पीएम-श्री योजना में स्कूलों में कंप्यूटर लैब, आईसीटी लैब, स्मार्ट कक्षा, अच्छी फर्नीचर वाला पुस्तकालय, इंटरनेट सुक्धिा, व्यावसायिक कौशल शिक्षा, मार्गदर्शन और करियर परामर्श, पूर्णत सुसज्जित एकीकृत विज्ञान प्रयोगशाला, भौतिकी प्रयोगशाला रसायन प्रयोगशाला, जीव विज्ञान प्रयोगशाला, खेल सुविधाओं से सुसज्जित खेल के मैदान, स्कूल नवाचार परिषद, मिशन लाइफ हेतु युवा एवं इको क्लब, प्राथमिक कक्षा के बच्चों के लए बाला फीचर्स और जादुई पिटारा, छात्रों के लए 10 बैग-रहित दिन, बच्चों की उपस्थिति की निगरानी हेतु चाइल्ड ट्रैकिंग सोफ्टवेयर, पूर्ण रूप से कार्यशील हाथ धोने की सुविधा और शौचालय, हरित विद्यालय सुविधाएं आदि से पीएम-श्री विद्यालयों को सुसज्जित करने का प्रावधान है।
एनईपी 2020 में इसे कार्यान्वित करने के लए अलग-अलग समय-सीमा के साथ-साथ सिदद्धांत और प्रक्रिया के बारे में भी प्रावधान है। इसमें 2030-40 के दशक में पूरी नीति को लागू करने की भी परिकल्पना की गई है, जिसके बाद एक अन्य व्यापक समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पीएम श्री योजना के तहत 33 राज्य संघ राज्य क्षेत्री से कुल 13,076 विद्यालयों का चयन कया गया है। पीएम श्री स्कूलों में गुणवता मानकों को समय पर पूरा करने की निगरानी के लिए कई सख्त कदम उठाए गए है।

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