राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा में छात्रों की प्लेसमेंट क्षमता और करियर तैयारियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से साइकोमेट्रिक टेस्ट का आयोजन --


 राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा में छात्रों की प्लेसमेंट क्षमता और करियर तैयारियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से साइकोमेट्रिक टेस्ट का आयोजन --


कोटा: राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा में मंगलवार को छात्रों की प्लेसमेंट क्षमता और करियर तैयारियों की बेहतरी के क्रम में और सशक्त बनाने के उद्देश्य से साइकोमेट्रिक टेस्ट का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कुलगुरु प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत के मार्गदर्शन में तथा डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रो. दिनेश बिरला के सहयोग से संपन्न हुआ।


डॉ. दीपक भाटिया ने बताया कि  राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय और राजस्थान सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (R-CAT) के मध्य  छात्रों की तकनीकी दक्षता को बढ़ाने और रोजगारोन्मुखी कोर्सेज को बढ़ावा देने के लिए एक MOU किया गया है | इस टेस्ट का उद्देश्य अंतिम वर्ष और उससे पूर्व के छात्रों की क्षमताओं, दृष्टिकोण और व्यक्तित्व लक्षणों का मूल्यांकन कर उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाना है। साइकोमेट्रिक टेस्ट आम तौर पर उन कंपनियों द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं जो एंट्री-लेवल पर उच्च वेतन पैकेज प्रदान करती हैं, क्योंकि वे तकनीकी ज्ञान के अतिरिक्त उम्मीदवार की अन्य समग्र योग्यताओं का भी मूल्यांकन करते हैं। SHL (Saville and Holdsworth Ltd.) दुनिया की प्रमुख साइकोमेट्रिक टेस्ट प्रदाताओं में से एक है। SHL टेस्ट बड़ी और प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनियों (MNCs) द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं। इन टेस्टों में अच्छा स्कोर होने से छात्र सीधे उन कंपनियों के लिए 'शॉर्टलिस्ट' हो जाते हैं जो SHL स्कोर को शुरुआती स्क्रीनिंग क्राइटेरिया के रूप में उपयोग करती हैं।

राजस्थान सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (R-CAT) सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, राजस्थान सरकार के तत्वावधान में राज्य का पहला आईटी फिनिशिंग स्कूल संचालित करता है। 


आरकेसीएल टीम के पर्यवेक्षण में डॉ आशुतोष द्वारा एआई-संचालित प्लेटफॉर्म पर व्यक्तित्व परीक्षण, तार्किक तर्क, मात्रात्मक योग्यता, अंग्रेजी और  कौशल जैसे मॉड्यूल आयोजित किए गए।  RTU द्वारा RCAT  के सहयोग से इसे ऑनलाइन स्किल डेवलपमेंट कंप्यूटर लैब में आयोजित किया गया, प्रत्येक बैच की अवधि लगभग 2 से 2.5 घंटे रही और इसमें कोई शुल्क नहीं लिया गया।


इंजीनियरिंग की सभी शाखाओं से लगभग 200 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। लैब इंचार्ज डाक्टर मदन लाल मीणा और विभागाध्यक्ष डॉ. मनीषा भंडारी ने सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जबकि महेश पारेता एवं छात्रों के समूह ने R-CAT अधिकारियों का सक्रिय सहयोग किया।


इस पहल से राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा ने छात्रों को उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप तैयार करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है।

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