माँ योजना : बराला हॉस्पिटल में हुआ घुटनों का जोड़ प्रत्यारोपण मरीज के चहरे पर ख़ुशी लौटी*

 *माँ योजना : बराला हॉस्पिटल में हुआ घुटनों का जोड़ प्रत्यारोपण मरीज के चहरे पर ख़ुशी लौटी*


चौमूं : राधास्वामी बाग स्थित बराला हॉस्पिटल में मनोहरपुर निवासी मरीज सुमन शर्मा जो पिछले 5 साल से घुटनों के दर्द से परेशान थी जिससे दैनिंक जीवन में बुरा हाल था लेकिन सुमन शर्मा कई हॉस्पिटल में ईलाज व सलाह के बाद बराला हॉस्पिटल में डॉ.लखपत यादव से एक साथ दोनों घुटनों का प्रत्यारोपण करवाया जो सर्जरी के बाद हॉस्पिटल से छुट्टी के समय खुद पैदल चलकर गई  डॉ.लखपत यादव ने बताया कि मरीज घुटनों के दर्द की समस्या लेकर आई थी जहाँ जांच के बाद घुटनों का प्रत्यारोपण की सलाह देने पर सर्जरी करवाई गई और मरीज स्वस्थ है , प्रत्यारोपण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें घुटने के क्षतिग्रस्त जोड़ों को हटा कर उसकी जगह कृत्रिम जोड़ों को लगाया जाता है। यह सर्जरी विशेष रूप से उन मरीजों के लिए होती है जिनके घुटने का दर्द इतनी गंभीर हो चुका होता है कि चलने-फिरने या सामान्य गतिविधियों में कठिनाई हो रही होती है। आमतौर पर, इस सर्जरी का सहारा तब लिया जाता है जब अन्य उपचार जैसे कि दवाइयाँ, इंजेक्शन, या फिजियोथेरेपी असर नहीं दिखा पाते। बराला हॉस्पिटल निदेशक डॉ .श्रवण बराला ने बताया की राजस्थान सरकार की माँ योजना आमजन के लिए कारगर साबित हो रही है जिससे महंगी सर्जरी के साथ ईलाज हर वर्ग को आसानी से मिल रहा है  हम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की एडवांस चिकित्सा सुविधायें आमजन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है I मरीज सुमन शर्मा ने डॉ.लखपत जी यादव एवं बराला हॉस्पिटल के समस्त कर्मचारियों का आभार जताया |

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