गडचिरोली में‘ गोष्ट सुरू होते‘ के रूप मेस्वर्णिम सूर्योदय: मराठी फिल्म का भव्य पोस्टर लॉन्च.*
*गडचिरोली में‘ गोष्ट सुरू होते‘ के रूप मेस्वर्णिम सूर्योदय: मराठी फिल्म का भव्य पोस्टर लॉन्च.*
अपनेहरे-भरेजंगलों, शुद्ध हवा और समृद्ध आदिवासी संस्कृति के लिये जाने, जानेवाले गडचिरोली जिल्हेमे अब मराठी सिनेमा
के लिये नई पहचान बननेकी ओर अग्रसर है।
अस्तित्व स्टुडिओ के रुप में यह पहल एक नई रोशनी की तरह उभर रही है, जो
गडचिरोली की अनकही कहानियों को दुनिया के सामने लाने का माध्यम बनेगी। इसी कड़ी में मराठी फिल्म ‘गोष्ट सुरू होते’ का
पोस्टर हाल ही में भव्य समारोह और आतिशबाजी के साथ लॉन्च किया गया। यह फिल्म न केवल मनोरंजन का साधन होगी,
बल्कि गडचिरोली की मिट्टी की महक, लोकसंस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और मानव-जीवन के गहरे भावों को सजीव रूप में पडदे
पर प्रस्तुत करेगी।
यह गडचिरोली में फिल्म निर्माण का ऐतिहासिक क्षण ही माना जाएगा। इस अनोखी पहल का साक्षी बना गडचिरोली का भव्य
मंच, जहां फिल्म ‘गोष्ट सुरू होते’ का पोस्टर सार्वजनिक किया गया। फिल्म के निर्माण के हेतू मुंबई सेआयी टीम ने इसे
गौरांवीत पल माना. इस अनोखे कार्यक्रम का उद्घाटन का सौभाग्य मिला गडचिरोली के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. किरण
मडावी को, जिन्होंने अपने कर-कमलों से इस नए सपने को साकार करने की पहली नींव रखी। इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह
बने कई प्रतिष्ठित अतिथि जिनमें, गडचिरोली की सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण योगदान देनेवाली पूर्व
नगराध्यक्षा श्रीमती योगिताजी पीपरे, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित नर्स शालिनी कुमरे, जो सेवा और समर्पण का प्रतीक के लिए जानी
जाती है, गडचिरोली जिला परिषद के सहायक प्रशासन अधिकारी श्री धनंजय दुमपेट्टीवार, जिन्होंने सरकारी तंत्र में अपनी
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ. मनीष मेश्राम, गडचिरोली जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक, जिन्होंने समाज के स्वास्थ्य
सुधार में योगदान दिया है। राकेश चांदेकर, अध्यक्ष, गडचिरोली जिला अस्पताल कर्मचारी सहकारी संस्था, जिन्होंनेस्वास्थ्य
सेवाओं के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। इन मान्यवरो के समक्ष संपन्न हुआ ।
गडचिरोली की मिट्टी से उगनेवाली सिनेमा की नई कोंपल। फिल्म ‘गोष्ट सुरू होते’ पूरी तरह से गडचिरोली की धरती पर
फिल्माई जाएगी। जिसका निर्माण कार्य पिछले तीन महिने से जिल्हे मे चल रहा है। यह फिल्म आदिवासी संस्कृति, पर्यावरण के
प्रति प्रेम, पशुओं की संवेदना और स्थानीय जीवन के संघर्षों को पर्देपर जीवंत करने का कार्य करेगी। जो भारत और पुरी विदेश
में ७० फिल्म महोत्सव मे देखाई देगी।
इस फिल्म का निर्देशन इंटरनेशनल और नेशनल अवार्ड जितनेवाले निर्देशक और लेखन राजेश ढवळे, मुंबई यह करने वाले है।
फिल्म निर्मिती का जिम्मा ईसी जिल्हे के निर्माता गजानन गेडाम और चिरंजीव गड्डमवार उठाने वाले है। गडचिरोली के इस होनहार
युवा ने अपनी जन्मभूमि की कहानियों को दुनिया तक पहुंचानेका सपना संजोया है। 2026 में यह फिल्म बड़े पर्देपर दस्तक
देगी, और दर्शकों को भावनाओं, संस्कृति और संदेश से भरपूर एक नई दुनिया में ले जाएगी। जिनमे कही फिल्म इंडस्ट्री के
जानेमाने सितारे कलाकार के रूप में काम करेंगे और स्थानिक कलाकारो भी अपना अभिनय करानेका सुनेरा मौका मिलेगा ।
इस भव्य आयोजन में फिल्म की संपूर्ण टीम उपस्थित थी जहा फिल्म के निर्माता प्रियतमा गेडाम, भिकाजी गेडाम, चिरंजीव
गड्डमवार, जिन्होंने इस प्रोजेक्ट को साकार करने में अपनी ऊर्जा लगाई। साथ ही फिल्म के सिनेमाटोग्राफर (D.O.P) स्मोहीत
देशपांडे जिनके कॅमेरा से फिल्म को एक विशिष्ट दृष्टि देनेका कार्य करेगी। मेकअप आर्टिस्ट सरिता हटवार, जिनकी प्रतिभा
किरदारों को जीवंत बनाएगी। प्रोडक्शन टीम के श्रीकांत पुरमवार और बंसी खोब्रागडे, जिन्होंने फिल्म की तकनीकी बारीकियों
को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।प्रमुख सहायक निर्देशक अजय आंबेडारे , जो निर्देशन के हर पहलू में योगदान देंगे।
फिल्म के सारे टीम और निर्माण के लिए निर्मिती प्रमुख सहाय्यक के रूप मी समीक्षा ढवळे, मुंबई काम करेगी ।
‘गोष्ट सुरू होते’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि गडचिरोली के सपनों की पहली उड़ान है। यह फिल्म स्थानीय प्रतिभाओं को मंच
देने, क्षेत्रीय संस्कृति को संरक्षित करने और मराठी सिनेमा को एक नई दिशा देनेका कार्य करेगी। यह प्रयास गडचिरोली के
सिनेमा क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़नेकी शुरुआत है, जो आनेवाले समय में यहां की संस्कृति और जीवनशैली को वैश्विक
स्तर पर पहचान दिलाएगा। यह कहानी सिर्फ फिल्म की नहीं, बल्कि एक पूरे जिले के आत्म-सम्मान, विकास और कला प्रेम की भी है। ‘गोष्ट सुरू होते’ के
साथ गडचिरोली अब अपनी कहानी खुद लिखने को तैयार है!
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