पशु पालन विभाग बना, सेवा समाप्ति भृष्टाचारियों की मन मर्जी की शिकारगाह --
पशु पालन विभाग बना, सेवा समाप्ति भृष्टाचारियों की मन मर्जी की शिकारगाह --
कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर। पशु पालन विभाग में सेवा समाप्ति सजाये मौत भी देंगे और रोने भी नहीं देंगे। यह है एक बड़े विभाग का घौटाला, जिसमें पूरी गैंग काम करती है। सवाई माधोपुर के बालेर, पशु चिकित्सालय में रजिस्टरों में किये गए कार्य अनुसार स्पॉट वेरिफिकेशन उस वक़्त में किये कार्य और मौजूदगी के साख्य हैं। तत्कालीन इंद्राज स्लिप, प्रमाण पत्र, अन्य दस्तावेजात, सभी रजिस्टरों में उपस्थिति दर्ज, कार्य प्रमाणित करते हैं। यह आर. टी. आई. अधिनियम में आता है। इससे पूर्व एवं पश्चात स्वेच्छा से अनुपस्थिती ग़लत है।
अधिनियम में धारा 2 ( i ) के तहत् प्रमाण ही माना जाता है। मैंने डॉ. रंजन साहब निदेशक महोदय को 19, मार्च,1993 को लिखित में बताया, मौखिक रूप से मुझे नया रजिस्टर बना कर हाजिरी करने कहा , और डॉ.एम.एम. माथुर उप निदेशक,हेड ऑफिस, पशु पालन को जाँच हेतु भेजने के लिए कहा था। वह कभी नहीं आये? ऐसे कोई रजिस्टर नहीं बनाता है, जांच शाखा से रिकॉर्ड गायब हुआ? मैंने तो निदेशक महोदय के मौखिक आदेशों की पालना की थी। डॉ.रंजन साहब को दिखाने के बाद में,पुनः उन्हीं के कहने पर 20,मार्च,1993 को पुरानी बस्ती डिस्पेंसरी, जयपुर में इलाज लिया। सभी मेडिकल बिल पास कर विभाग ने भुगतान किया। इसी दौरान गोपनीय प्रतिवेदन ( ए.सी.आर) वर्ष की 1992-93 बालेर चिकित्सालय के नियंत्रण अधिकारी डॉ. बाला राम जी गुर्जर, प्रभारी, पशु चिकित्सालय, खंडार (स.मा.) को मैंने निर्धारित प्रपत्र भर कर प्रस्तुत किया।उसमें मैंने पशु चिकित्सालय बालेर में पशु पालकों के बीमार पशुओं को चिकित्सा दी, रिकॉर्ड संधारित किया। मैंने पहले की भाँति पशु चिकित्सालय बालेर का एल. एस.ए. का प्रतिनिधित्व ग्राम पंचायत की मीटिंगों में ( क्रमश: 07/12/92,22/12/92 और 07/01/93,22/01/93 और 07/07/93 की उपस्थितियों पर वेतन नियमानुसार भुगतान) किया है और ऑन ड्यूटी टूयुर पंचायत समिति, हिंडॉन सिटी (स.मा.) में बकाया भुगतान और जाँच कार्य हेतु उपस्थित हुआ। प्रभारी, पशु चिकित्सालय, खंडार की मौखिक अनुमति से उपस्थित रहा, जिसका प्रमाण पत्र (Spl.1/13/03/93 और 13अ/28-09-1993 )कार्यालय संस्थापन(ref.1105/24-02-93)प.स. हिंडोन से जारी किया गया। बालेर चिकित्सालय में मदन मोहन को सभी पशु चिकित्सालय के चार्ज देने पर डाक टिकट व्ययऔर इंद्राज एवं बालेर की बालेर, जयपुर, हिंडॉन सिटी भेजने का दुरूपयोग प्रभारी का है?? वी.ए. ने स्थानांतरण करवाने का फरमान जारी किया, उपरांत ही जिला पशु पालन अधिकारी स.मा.स्वम ही कार्य मुक्ति की आदेश प्रति क्रमांक 5489/ 09-07-93 दी।जिसके लिए वी.ए.की बालेर में नहीं होने से प्रतिक्षा करते हुए।क्रमांक 67-77/10-07-97 को बालेर से पशु औषधालय, मित्रपुरा(स.मा.) को उपस्थित मानते हुए, उपस्थिति प्रमाण पत्र कार्यालय पशु चिकित्सालय, बालेर सं. 78A&B/10/11-07-93 ( with Nodues ) कार्य मुक्त किया गया। कहीँ भी अनुपस्थिति दर्ज नहीं है। मेरी उपस्थित को जबरन अनुपस्थिति दर्शाकर सेवा समाप्ति नियम विरुद्ध है और सरकारी विभाग में दादा गिरी, मनमानी है? क्या सरकार न्याय देगी??? पत्रकार , पूर्व कर्मी होने से पशु पालन विभाग की क्रूरता धूर्तता भोगी है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें