राजसमंद: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और तालुका विधिक सेवा समिति, भीम द्वारा विधिक सेवा शिविरों का आयोजन*

 *राजसमंद: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और तालुका विधिक सेवा समिति, भीम द्वारा विधिक सेवा शिविरों का आयोजन*




*17 दिसंबर 2024/ राजसमंद / पुष्पा सोनी*


*भीम, राजसमंद।* जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद के तत्वावधान और तालुका विधिक सेवा समिति, भीम के सहयोग से 17 दिसंबर 2024 को उप कारागृह भीम, पंचायत सेवा समिति के बाहर, बन्नोर चौराहा, और सुजाई चौक पर विधिक सेवा शिविरों का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य आमजन और बंदियों को उनके विधिक अधिकारों, सरकारी योजनाओं, और न्यायिक सेवाओं के प्रति जागरूक करना और उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करना था। शिविर का नेतृत्व परा विधिक स्वयंसेवक (पीएलवी) श्रीमती पुष्पा सोनी ने किया।  


पहला शिविर उप कारागृह भीम में आयोजित किया गया, जिसमें श्रीमती पुष्पा सोनी ने सभी 13 बंदियों से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया। बातचीत के दौरान, उन्होंने नए बंदियों का पूर्ण विवरण प्राप्त किया। निरीक्षण के दौरान कारागृह की सफाई व्यवस्था, रसोई, पानी की टंकी, मेडिकल किट, और अन्य सुविधाओं का भी गहन परीक्षण किया गया। सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं। शिविर के दौरान यह पाया गया कि कोई भी बंदी बीमार नहीं था और किसी को वकील की आवश्यकता नहीं थी। इस प्रकार का शिविर बंदियों के अधिकारों और उनकी आवश्यकताओं के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण का परिचायक है।  


दूसरा शिविर पंचायत सेवा समिति के बाहर आयोजित किया गया। इस शिविर में 50 से अधिक लोगों ने भाग लिया। शिविर के दौरान निःशुल्क विधिक सहायता, लोक अदालत की प्रक्रिया, पीड़ित प्रतिकर योजना, और अन्य कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दी गई। इस प्रकार के प्रयास ग्रामीण समुदाय में विधिक जागरूकता बढ़ाने और उन्हें न्याय तक सुलभ पहुँच प्रदान करने का सशक्त माध्यम साबित हुए।  


तीसरा शिविर बन्नोर चौराहा पर आयोजित किया गया, जिसमें 100 से अधिक लोग शामिल हुए। शिविर में उपस्थित जनसमूह को लोक अदालत, विधिक अधिकारों, और नारी सशक्तिकरण के लिए ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई। लोगों को न केवल विधिक सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया समझाई गई, बल्कि उनके लिए उपलब्ध स्थाई लोक अदालत और अन्य सहायता योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया गया।  


अंतिम शिविर सुजाई चौक पर आयोजित हुआ। यहां भी 100 से अधिक लोगों ने विधिक सेवाओं का लाभ उठाया। शिविर में पम्फलेट्स वितरित किए गए, जिनमें लोक अदालत, निःशुल्क विधिक सहायता, पीड़ित प्रतिकर योजना, वृद्धजनों के अधिकारों, और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी शामिल थी। प्रत्येक विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई, जिससे उपस्थित जनसमूह में विधिक जागरूकता का स्तर बढ़ा।  


श्रीमती पुष्पा सोनी के नेतृत्व में आयोजित इन शिविरों ने न केवल लोगों को उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें न्याय और सरकारी योजनाओं तक पहुँचने में सहायता भी प्रदान की। इन शिविरों से 13 बंदी और 250 से अधिक आमजन लाभान्वित हुए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और तालुका विधिक सेवा समिति के इस प्रयास ने यह सिद्ध कर दिया कि विधिक सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इस प्रकार के आयोजनों की निरंतरता अत्यंत आवश्यक है।  


मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद के समर्पित प्रयास, और श्रीमती पुष्पा सोनी की लगन ने यह सुनिश्चित किया कि इन शिविरों का प्रभाव सभी वर्गों पर सकारात्मक और दीर्घकालिक हो। यह आयोजन न्याय की पहुंच को सुगम और सरल बनाने की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है।

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