जिले में चार नए उप नगरीय श्रेणी मार्गों की मिली स्वीकृति परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ने किया आदेश जारी


जिले में चार नए उप नगरीय श्रेणी मार्गों की मिली स्वीकृति


परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ने किया आदेश जारी




राजसमंद 19 नवंबर। राज्य के परिवर्तित बजट 2024-25 की घोषणा संख्या 6 (4) में स्टेज केरिएज वाहनों का कवरेज बढ़ाने के लिए उपनगरीय श्रेणी के 40 नये मार्ग खोले जाने की घोषणा की गई है। परिवहन विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार मोटर यान अधिनियम, 1988 के प्रावधानों के अंतर्गत मंजिली वाहनों के लिये मार्गों को लोकहित में उपनगरीय मार्ग की श्रेणी में खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है।


इन 34 मार्गों को लोकहित में उपनगरीय मार्ग घोषित किया गया है। इन मार्गों का वर्गीकरण उपनगरीय मार्ग होगा एवं इन उपनगरीय मार्गों के लिये मंजिली गाड़ी के परमिट मंजूर किये जा सकेगें। इन उप नगरीय मार्गों पर संचालित निजी वाहनों के प्रारम्भ होने का स्थल (बस स्टैंड) तथा इन मार्गों के वायाज के स्टैंडों का निर्धारण संबंधित सचिव, प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण (प्रादेशिक परिवहन अधिकारी) सुनिश्चित करेंगे।


जिला परिवहन अधिकारी डॉ कल्पना शर्मा ने बताया कि राजसमंद जिले में चार मार्ग स्वीकृत हुए हैं। इन मार्गों के लिए स्वीकृत होने से परिवहन सुविधाओं में विस्तार होगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। 


उन्होंने बताया कि पहला मार्ग कांकरोली से गंगापुर वाया भावा, मादड़ी, रूपाखेड़ा, कुंवारिया, फियावड़ी, कुरज चौराहा, खण्डेल, लापसिया, टपरिया खेड़ी, पोटला, सहाड़ा है। दूसरा मार्ग कांकरोली से देवगढ़ वाया टीवीएस चौराहा, बजरंग चौराहा, राजनगर बस स्टेण्ड, राजनगर, भगवान्दा, मारचना, पसूंद, मोखमपुरा, केलवा, दुर्गा कुण्ड, मादड़ी देवस्थान, माण्डावाड़ा, पड़ासली. मान सिंह जी का गुड़ा, धानीन, गोमती, लाम्बोड़ी, कितेला स्टेण्ड, दराड़ा, मादा की बस्सी, दिवेर, छापली, बाघाना, कामलीघाट होगा।


तीसरा मार्ग भीम से देवगढ़ वाया कुकरखेड़ा, चुना का भट्टा, 40 माइल, कुशलपुरा, समिति, ताल. सुरपुरा, रघुनाथपुरा, लक्ष्मीपुरा, ईसरमण्ड चौराहा, लसानी, आन्ती, सोपारी, भीलवाड़ा मोड़ होगा। इसी तरह चौथा मार्ग कांकरोली से केलवाड़ा वाया टीवीएस चौराहा, बजरंग चौराहा, राजनगर बस स्टेण्ड, राजनगर, भगवान्दा, मोरचना, पसुंद, मोखमपुरा, केलवा, दुर्गा कुण्ड, मादड़ी, माण्डावाड़ा, पडासली, मानसिंह जी का गुड़ा, धानीन, गोमती, जणावद, नीमड़ी, डूंगर जी गुड़ा, टाडा वाड़ा, भोपजी की भागल, चारभुजा. मेवाडिया चौराहा, मेवाडिया, भोजेला, रिंछेड़, रूड की भागल, आमज माता मंदिर, धोला की ओड. भगत तलाई, ओडवाडिया, ओलादर, मजेरा होगा।


आंवला उत्पादक कृषकों की गोष्ठी आयोजित

राजसमन्द। मंगलवार को कार्यालय उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा सभागार में उप निदेशक उद्यान हरी ओम सिंह राणा की की अध्यक्षता में जिले के आंवला उत्पादक कृषकों की गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषक गोष्ठी का मूल उद्देश्य आंवला उत्पादक कृषकों को फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजर (एफ.पी.ओ.) से जोड़ कर उनके उत्पादित होने वाले आंवले के फलों का मूल्य सवंर्धन/प्रोसेसिंग कर उनको उनकी उपज का अधिक लाभ प्रदान करना है। कृषक गोष्ठी कार्यक्रम में जिले के आंवला उत्पादन करने वाले 75 उन्नत कृषकों ने भाग लिया। गोष्ठी में सभी कृषकों ने फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजर (एफ.पी.ओ.) से जुड़ने के लिये सहमती प्रदान की तथा फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाईजर (एफ.पी.ओ.) को समृद्ध करने लिये अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये।


आमेट जोगणिया फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के निदेशक सज्जन सिंह चुण्डावत ने बताया कि उनका फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजर (एफ.पी.ओ.) पिछले 2 वर्षों से कार्यरत है तथा उनके 300 सदस्य बन चुके हैं। फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजर (एफ.पी.ओ.) के पास उर्वरक, बीज एवं पौध संरक्षण रसायन विक्रय करने का अनुज्ञा पत्र भी है तथा किसानों को उचित दर पर आदान प्रदान किया जाता है।


फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाईजर (एफ.पी.ओ.) आंवला उत्पादक कृषकों को जोड़ कर आंवले का मूल्य संवर्धन तथा प्रोसेसिंग में किसानों को तकनिकी व आर्थिक रूप से सहायता प्रदान कर कृषकों के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करना चाहता है। कृषक गोष्ठी में कृषकों द्वारा अपने खेत से लाये हुए आंवले की प्रदर्शनी की गई जिसमें सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता के आंवला उत्पादन करने वाले 6 कृषकों को पुरस्कार वितरण किया गया तथा मौके पर 10 कृषकों ने 2000-2000 रुपए जमा करवाकर फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजर (एफ.पी.ओ.) की सदस्यता ग्रहण की।


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