पशु पालन विभाग में मनमर्जी से सेवा समाप्ति--
पशु पालन विभाग में मनमर्जी से सेवा समाप्ति-- कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर! राजस्थान पशु पालन विभाग अधीनस्थ जिला सवाई माधोपुर के बालेर,पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सा सहायक की मन मर्जी के काले कारनामे के आगे नत मस्तक होता विभाग कि स्थाई और बहुत अच्छी/उत्कृष्ठ सेवाएं आर.ए.एस.अधिकारी और पूर्व वेटनरी ऑफिसर वर्तमान में अतिरिक्त निदेशक ने सेवाएं गोपनीय प्रतिवेदन से प्रमाणित किया है!
ग्राम पंचायत में यथावत कार्य मीटिंग में हाजिरी, संस्था के आवक जावक में दर्ज हाजिरी रिपोर्ट है! 17,मार्च,1993 के वेतन वृद्धि फॉर्म जिला अधिकारी के आदेश पर प्रमाणित किया गया! लेकिन जानबूझ कर उपस्थिति रजिस्टर को छुपाया गया था! पूर्व उपस्थिति पंजिका में वी.ए.ने अपनी C.L.पर ओवर राइटिंग कर छुपाया जाता रहा था? उस समय सभी राज्य संस्थाओं को डाक विभाग से सूचित किया! इस अवधी के मेडिकल बिल पास होने पर भुगतान हुए थे!सभी प्रमाण पत्र आवक जावक में दर्ज रहे??
स्वेच्छा कँहा??शिव रात्रि पशु मेला अधिकारी की 18/02/1993 तक दी गई हाजिरी है!उपस्थिति का कोई वेतन नियमानुसार नहीं दिया गया है! इधर 1/ जुलाई/1993 से 09/07/93 तक,बालेर और स.मा. जिला कार्यालय उपस्थिति से वेतन दिया गया था! साथ ही मुझे जिला अधिकारी ने स्थाई सेवामें, पेंशन योग्य इंद्राज किया है! मुझे अविलंब गुजारे को पेंशन दी जाये! क्या विभाग अब न्याय देगा।
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