स्मेक और गांजे के नशे में डूबे रही युवा पीड़ी, एनडीपीएस के मामलों में अपराधियों से तोल-मोल ----छीपाबडोद ओर उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में अफीम से बनाए जाने वाले उत्पाद स्मेक के पीने से युवा पीड़ी बर्बादी के कगार पर
स्मेक और गांजे के नशे में डूबे रही युवा पीड़ी, एनडीपीएस के मामलों में अपराधियों से तोल-मोल ----छीपाबडोद ओर उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में अफीम से बनाए जाने वाले उत्पाद स्मेक के पीने से युवा पीड़ी बर्बादी के कगार पर
पहुंच रही हे। जहां छबड़ा ---छीपाबडोद कस्बे में स्मेक की एक दो ग्राम पुड़िया पांच सों रूपये की आती हे उसे पाने की ललक में युवा नशेड़ी अपराध की किसी भी हद तक पहुंच जाते हे।इसी तरह गांजे का क्रेज भी युवाओं में बढ़ता जा रहा हे जो युवा पीड़ी के लिए ख़तरनाक साबित हो रहा हे।पिछले जमाने में अफीम के सेवन से शक्ति ओर योवन को बढ़ाने का साधन माना जाता था लेकिन अब उसके उत्पाद स्मेक के मंहगे नशे से गतिविधियों में बदलाव हो रहा हे।नकली स्मेक से अनेक युवा मोत के ग्रास बन चुके हे,उनके पूरे परिवार बर्बादी की कगार पर हें। लेकिन इतना सबकुछ खुले आम होने के बाद भी प्रशासन ओर पुलिस उक्त मामले में माकूल सार्थक कदम नही उठा रहे हे।तस्करों से अधिकारियों की तोल मोल के बोल मुलाकात भी क्षेत्र में समस्या समाधान में रोडा बन रही हे।कम भूमि जोत के कारण अन्य फसल से फायदा न होने से समाज की मुख्यधारा में किसान को जोड़ने की अफीम पट्टा वितरण मुहिम नासूर बनती जा रही हे।आठ से दस हजार रूपये तक सरकार के नारकोटिक्स विभाग द्वारा खरीदी की जाने वाली अफीम दूध को तस्कर दो लाख रूपये तक खरीद लेते हे।ओर एक किलो अफीम से तीस ग्राम स्मेक विभिन्न योगिक क्रिया कर बना लेते हे।जिसमें चूने से अफीम को गर्म कर फाड़ना ओर उसमें प्रतिबंधित केमिकल एसिटिक एनहाईड्राईड मिला कर सुखाकर एक पाउडर बनाने का सिलसिला गांवों में लगातार जारी हे।आसानी से केमिकल की उपलब्धता ओर सरल प्रक्रिया से कार्य लगातार किया जा रहा हे।गत दिनों पुलिस द्वारा डोडाचूरा ओर स्मेक तस्करी करने वालों को मुखबिर की सूचना से पकड़ा और जांच अनुसंधान प्रारंभ किया हे, लेकिन किन्हीं कारणों से मुख्य तस्करों तक पहुंचने में नाकामी अकर्मण्यता या समझोता नीति को पारिभाषिक करती हे।सार्थक पुलिस ने 544 किलो डोडाचूरा पकड़ा वहीं छीपाबड़ौद पुलिस ने 233 ग्राम स्मेक पकड़ी मोके पर मिले आरोपी तो सजा के हकदार हें लेकिन मास्टरमाइंड अभी पुलिस की पकड़ से दूर हें।
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