कठपुतली शो और राजस्थानी लोक नृत्य का कलात्मक संसार उदयपुर स्थित विरासत राजस्थानी फोक डांस शो

 कठपुतली  शो और राजस्थानी लोक नृत्य का कलात्मक संसार उदयपुर स्थित विरासत राजस्थानी फोक डांस शो





उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। क्या आपने राजस्थानी संस्कृति से ओत-प्रोत कला संसार को करीब से निहारा है। यह स्थान आपको मिलेगा सिटी पैलेस बड़ी पोल मुख्य द्वार के सामने से खड़े होकर दाहिनी तरफ। हाथी थाना हवेली में संचालित द बेस्ट शो ऑफ राजस्थान विरासत राधा-कृष्ण थिएटर एक रचनात्मक संसार है। यदि इसका अवलोकन नहीं किया है तो आज ही बुकिंग कीजिए और राजस्थान की अद्भुत सांस्कृतिक झलक से भाव विभोर हो जाइए।

यहां राजस्थान के लोक नृत्य और कठपुतली कला की संस्कृति का अद्भुत संचार प्रतिदिन स्थानीय और विदेशी पर्यटकों के लिए शाम को दो बार हो रहा है। यहां आप शाम 5:30 

से 6:30 और शाम 7:00 से 8:00 शो देख सकते हैं। यहां से राजस्थान की माटी की महक को अपने साथ संजो कर ले जा सकते हैं। हाल ही में रविवार को  यह शो शाम 7:00 बजे देखने का अवसर प्राप्त हुआ। यहां गजब का आतिथ्य सत्कार, गजब का अपनत्व, कलाकार गजब के उत्साह- जोश से लबरेज और गजब की संस्कृति  मिली। विरासत के द्वार पर  पहुंचते ही स्थानीय और विदेशी पर्यटकों का स्वागत बेस्ट शो ऑफ राजस्थान विरासत की निदेशक एवं राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अवार्ड  से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय राजस्थानी लोक नृत्य कलाकार और कोरियोग्राफर विजयलक्ष्मी आमेटा करती है। शो ठीक शाम 7:00 बजे प्रारंभ हो जाता है। सर्वप्रथम केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देश की रचना से पर्यटकों का भावभीना स्वागत लोक संस्कृति के कलाकारों द्वारा किया जाता है। फिर शुरू होती है संस्कृति की झलक की अद्भुत कलाबाजियां सबसे पहले पेश किया गया सांप और सपेरे का तमाशा और तत्पश्चात बहरूपिया का तमाशा, राजस्थान की तलवारबाजी का तमाशा, सर्कस का तमाशा, डांस कठपुतली लीला देवी का, नृत्य पर्यटकों और स्थानीय पर्यटकों को काफी लुभाने वाला है । दर्शक ताली बजाकर कलाकारों का उत्साह वर्धन करें बिना नहीं रह सकते। कठपुतली शो के बाद प्रारंभ होता है राजस्थानी लोक नृत्यो का दिल को छू लेने वाला कलात्मक संसार। विरासत की लोक नृत्य नायिकाए यहां प्रस्तुत करती है राजस्थान की संस्कृति का परिचायक घूमर, गणगौर नृत्य, कालबेलिया नृत्य, भवाई नृत्य, अग्नि नृत्य चरी डांस जो उपस्थित पर्यटकों को बरबस आकर्षित करती है। ढोल,ढोलक, हारमोनियम और थाली की थाप पर लोक लुभावन गायकी से यहां आप रोमांचित हुए बिना नहीं रह पाएंगे। शो के अंत में संस्थान के कलाकार और संस्थापक महेश आमेटा  स्थानीय और देशी पर्यटकों का आभार व्यक्त करते हैं। देसी और विदेशी पर्यटक कलाकारों के साथ छायाचित्र लेने को आतुर रहते हैं। उनके साथ नृत्य करते हैं और उनको खूब बधाइयां प्रेषित कर राजस्थान की माटी की महक को अपने साथ  ले जाते हैं। आप भी अपने टिकिट को यहां बुक कर सकते हैं संपर्क नंबर है। मो. 9352513024/9571518880. जय श्री कृष्ण।

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