कत्थक कार्यशाला "नृत्योपासना" 20 सितंबर से
कत्थक कार्यशाला "नृत्योपासना" 20 सितंबर से
उदयपुर 14 सितंबर। गुलाब बाग आरएमवी रोड स्थित भारतीय शास्त्रीय संगीत के उत्थान हेतु संचालित अर्बुदा कला मंदिर संगीत प्रशिक्षण संस्थान में 20 सितंबर से 30 सितंबर तक 10 दिवसीय कत्थक कार्यशाला नृत्योपासना का आयोजन प्रतिदिन शाम 4 से 6 बजे तक किया जाएगा। पंजीकरण रविवार दिन में 12 से 3:00 बजे शुरू हो जाएंगे। संस्थान के निदेशक विवेक अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यशाला में लखनऊ घराने की छत्तीसगढ़, गोरखपुर की कलाकार अक्षिता त्रिपाठी कत्थक कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को लखनऊ घराने से संबंधित सलामी, तोड़े, कवित,भाव,लयकारी की बारीकियां बताई जाएगी। इस कार्यशाला में किसी भी उम्र के प्रतिभागी भाग ले सकते हैं। इसमें भाग लेने के लिए संस्थान ने पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण प्रातः 11:00 से रात 8:00 बजे तक किए जा सकेंगे। जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 98291 43384 पर संपर्क कर सकते हैं।
कलाकार परिचय:- अक्षिता त्रिपाठी एक कथक कलाकार। पुराने ज़माने की प्राचीन कला की तरह, शास्त्रीय नृत्य भी एक उम्र के रियाज़ के बाद एक महान सार देता है।
ये 12 वर्षों से अधिक समय से इस कला का अभ्यास कर रही है।, वर्तमान में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त कर रही है। आपने स्नातक की पढ़ाई अपने गुरु डॉ. जितेश गडपायले, अध्येता सम्राट चौधरी और अध्येता तनुश्री चौहान के मार्गदर्शन में की है। वर्तमान दिनों में श्री सुशांत गौरव के अधीन अभ्यास कर रही है।, वह पं. बिरजू महाराज जी और लीजेंड फसीह उर रहमान जी के शिष्य हैं। इन्होंने कुछ प्रसिद्ध हस्तियों की कार्यशालाओं में भी भाग लिया है। दुर्गा आर्य जी, श्री बिशु चक्रवर्ती। इसके अलावा आपने-शिवरी नारायण महोत्सव, छत्तीसगढ़-2022,आजादी का अमृत महोत्सव, गोरखपुर उ.प्र.-2019
-अखिल भारतीय, गोरखपुर उ.प्र.-2018 के तहत प्रदर्शन
-गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, खजुराहो म.प्र.-2024 मे अपनी कला का प्रदर्शन किया है।
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