कला आश्रम में कथक, सूफी और श्रृंगार के साथ मनाया गया बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव
कला आश्रम में कथक, सूफी और श्रृंगार के साथ मनाया गया बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव
उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। उदयपुर स्थित कला आश्रम कॉलेज ऑफ परफोर्मिंग आर्ट्स में 23 मई वैशाख (बुद्ध) पूर्णिमा पर कथक, सूफी और श्रृंगार के साथ बुद्ध पूर्णिमा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कला आश्रम फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्धक न्यासी डॉ. दिनेश खत्री एवं पैट्रोन ट्रस्टी डॉ. सरोज शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
वैशाख पूर्णिमा की संध्या पर विगत एक माह के अभ्यास के पश्चात पहली बार नृत्यांगनाओं ने कथक, सूफी और श्रृंगार की यात्रा प्रस्तुत की। कार्यक्रम की शुरूआत मधुरम खत्री ने मेरे घर राम आएंगे.... भजन से की, तत्पश्चात एक के बाद एक 10 से ज्यादा प्रस्तुतियां दी गई।
कार्यक्रम की निदेशक डॉ. सरोज शर्मा ने बताया कि कला आश्रम परिसर में विगत एक माह से श्रृंगार कार्यशाला आयोजित की जा रही है, जिसमें 40 से ज्यादा प्रतिभागी भाग ले रहे है। इसमें अजमेर, मुंबई, बैंगलुरू, सिरोही समेत अन्य शहरों के कलाकार शामिल है। कार्यशाला में एक नया संयोजन तैयार किया गया, जहां पर कथक से सूफी और सूफी से श्रृंगार की यात्रा थीम पर परफॉर्मेंस तैयार किये गये, जिसमें आयत, छाप तिलक, आफरीन, जैसे सूफी गाने शामिल है। कार्यक्रम में कला आश्रम
फाउण्डेशन के मुख्य प्रबन्ध न्यासी डॉ. दिनेश खत्री द्वारा भगवान बुद्ध के आदशों पर सारगर्भित व्याख्यान दिया गया। डॉ. दिनेश खत्री ने भगवान बुद्ध द्वारा लोगों को दिये गये मध्यम मार्ग एवं दुःख के कारण एवं निवारण के अष्टांगिक मार्ग और अहिंसा पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में डॉ. दिनेश खत्री, डॉ. हृदया खत्री, रफीक खान, इंद्र देव आर्य, डॉ. सुनीता आचार्य, डॉ. गरिमा जोशी, प्रतिमा हरगुनानी, मितुला पांडेय, आध्या गुप्ता, नीलू दीक्षित, पीयूषी हाडा आदि उपस्थित थे। सभी प्रतिभागियों को कला आश्रम की और से प्रमाण पत्र प्रदान किये गये।
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