15 दिवसीय खुदरा उर्वरक विक्रेता प्राधिकार पत्र प्रशिक्षण का समापन
15 दिवसीय खुदरा उर्वरक विक्रेता प्राधिकार पत्र प्रशिक्षण का समापन
उदयपुर । एमपीयूएटी शिक्षा, शोध व प्रसार के साथ-साथ ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगारपरक पाठ्यक्रम भी संचालित करता है ताकि स्थानीय स्तर पर ही उन्हें रोजगार मिल सके। प्रसार शिक्षा निदेशालय की ओर से खुदरा उर्वरक विक्रेता का यह प्रशिक्षण सतत् रूप से संचालित है और अब तक सैकड़ों युवा अपने गांवों में सफल उर्वरक विक्रेता के रूप में अपनी साख जमा चुके है। कार्यवाहक प्रसार शिक्षा निदेशक एवं प्राध्यापक डाॅ. लतिका व्यास ने सोमवार का यह बात कही। डाॅ. लतिका निदेशालय की ओर से आयोजित 15 दिवसीय खुदरा उर्वरक विक्रेता प्राधिकार पत्र प्रशिक्षण के समापन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रही थीं। 13 से 27 मई तक आयोजित इस प्रशिक्षण में उदयपुर, राजसंमन्द, बांसवाड़ा, सलूम्बर और भीलवाड़ा जिलों से 36 ग्रामीण युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
डाॅ. लतिका व्यास ने कहा कि प्रशिक्षणोपरांत ग्रामीण युवा विश्वविद्यालय और किसानों के बीच एक मजबूत सेतु की भूमिका भी अदा करते हंै क्योंकि फसलोें में कोई भी समस्या आने पर किसान स्थानीय उर्वरक विक्रेता से भी अवश्य सम्पर्क साधता है ऐसे में उर्वरक विक्रेता को विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, कृषि विभाग से सतत् सम्पर्क बनाये रखना चाहिए ताकि सही मायने में किसानों की सेवा की जा सके। साथ ही विभिन्न प्रकार की आधुनिक कृषि तकनीकियों को अपनाने के लिए भी किसानों को प्रेरित करना चाहिए।
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