धर्मनगरी उज्जैन का भ्रमण कर उदयपुर को निकले यात्री - धवल चांदनी में 1008 यात्रियों ने किए महाकाल के दर्शन - उज्जैन भ्रमण किया तो कई यात्री दूसरे दिन भी पहुंचे महाकाल के दरबार - सकल जैन समाज के 1008 यात्रियों की ट्रेन
धर्मनगरी उज्जैन का भ्रमण कर उदयपुर को निकले यात्री
- धवल चांदनी में 1008 यात्रियों ने किए महाकाल के दर्शन
- उज्जैन भ्रमण किया तो कई यात्री दूसरे दिन भी पहुंचे महाकाल के दरबार
- सकल जैन समाज के 1008 यात्रियों की ट्रेन
उदयपुर जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। सामाजिक संस्था श्री महावीर युवा मंच संस्थान की तीर्थायन 2024 स्पेशल ट्रेन के 1008 यात्रियों ने दूसरे दिन भी धर्म नगरी उज्जैन का भ्रमण किया। यात्रियों ने सुबह से ही अपनी होटल छोडकऱ जैन मंदिरों से लेकर उज्जैन के प्रमुख स्थानों पर भ्रमण को निकले। इसके अलावा कई ऐसे यात्री भी थे जो दूसरे दिन भी महाकाल के द्वार दर्शन करने पहुंचे। दोपहर बाद स्पेशल ट्रेन उज्जैन से उदयपुर के लिए रवाना हुई। इस तीर्थ यात्रा का अंतिम तीर्थ स्थान उज्जैन ही था।
्रमुख्य संरक्षक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि आज सवेरे यात्री अपनी-अपनी होटल और रिसोर्ट से सीधे उज्जैन नगरी में घूमने निकल गए। सुबह-सुबह यात्रियों ने केसरियाजी, खाराकुआं श्रीपाल, मैना सुंदरी और अवंति पाŸवनाथ मंदिर के दर्शन किए। इसके साथ ही भैरवगढ़ मणिभद्रवीर तथा विश्व का प्रथम 45 शिखर वाले कल्याण मंदिर नवग्रह तीर्थ के भी दर्शन किए।
इसके अलावा सुबह कई यात्री महाकाल मंदिर वापस पहुंचे और दुबारा भगवान के दर्शन कर अपने आप को भाग्यशाली माना। इसके अलावा कई यात्रियों ने महाकाल कॉरिडॉर और शिप्रा नदी का भ्रमण भी किया। इसके साथ ही यात्रियों ने उज्जैन के बाजार में खरीदारी भी की। बता दें कि इससे पहले शुक्रवार की रात को ही अधिकतर यात्रियों ने महाकाल के दर्शन करते हुए महाकाल कॉरिडॉर का विजिट किया। इस दौरान कॉरिडॉर की सजावट और रोशनी देखकर यात्री बहुत खुश हुए और वहां की सेल्फी और ग्रुप फोटो भी लिए।
सुबह का नाश्ता और लंच होटल में ही
यात्रा के मुख्य संयोजक संजय भंडारी ने बताया कि शनिवार सुबह का ब्रेक फास्ट और लंच उज्जैन के मित्तल रिसोर्ट मेें ही था तो दोपहर की चाय-कॉफी और डीनर रनिंग ट्रेन में ही दिया गया।
दोपहर बाद ट्रेन उदयपुर को रवाना
अध्यक्ष अशोक कोठारी व महामंत्री विजयलक्ष्मी गलूंडिया ने बताया कि उज्जैन की अलग-अलग होटल में ठहरे यात्रियों को उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंचाया। वहां से दोपहर बाद ट्रेन उदयपुर के लिए रवाना हुई। यात्रियों ने ऐतिहासिक यात्रा को लेकर खुशी जताते हुए भगवान महावीर स्वामी, भगवान श्रीराम, पारसनाथ भगवान, भगवान महाकाल, काशी विश्वनाथ बाबा, आदि के जयकारों से उज्जैन स्टेशन को गूंजा दिय। इस दौरान समन्वयक चंदप्रकाश चोरडिय़ा, सुधीर चित्तौड़ा, भूपेंद्र गजावत, राजकुमार गन्ना, दीपक बोल्या, जितेंद्र सिसोदिया आदि ने सेवाएं दी।
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