34वीं राष्ट्रीय कायाकिंग कैनोइंग प्रतियोगिता में राजस्थान की बालिकाओं नें 6 रजत, 2 कास्य, पदक जीते
34वीं राष्ट्रीय कायाकिंग कैनोइंग प्रतियोगिता में राजस्थान की बालिकाओं नें 6 रजत, 2 कास्य, पदक जीते
संवाददाता विवेक अग्रवाल
उदयपुर (जनतंत्र की आवाज) 16 फरवरी। भारतीय ड्रेगन बोट चेयरपर्सन दिलिप सिंह चैहान व राजस्थान कायाकिंग संघ कें केनौ स्प्रिंट चेयरमैन पियुष कच्छावाहा नें बताया कि भोपाल मध्यप्रदेश में बालक एवं बालिकाओं कि जुनियर व सबजुनियर वर्ग की 34वीं राष्ट्रीय कायाकिंग प्रतियोगिता 08 से 12 फरवरी तक आयोजित हुई इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश भर के सभी राज्यों के साथ विभिन्न खेल अकादमीयों से और भारतीय खेल प्राधिकरण के सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंसी से लगभग 26 से 27 टीमों के करीब 1800 खिलाडियों ने भाग लिया! इसमें उदयपुर राजस्थान के कुल 12 खिलाड़ियों ने भाग लिया और 6 रजत और 2 कास्य पदक राजस्थान की जोली मे डाले हैं और अच्छे प्रदर्शन के आधार पर अपनी एक अमीठी छाप छोड़ी हैं राजस्थान कैनो स्प्रिंट टीम के प्रशिक्षक के रूप मे निश्चय सिंह चौहान को नियुक्त किया गया था! सम्पूर्ण प्रदर्शन के आधार पर राजस्थान टीम उक्त प्रतियोगिता में 5वें स्थान पर रहा।
प्रतियोगिता में राजस्थान के निम्न खिलाडियों नें पदक जीतें बालिका वर्ग में कयाक-2 (बालिका डबल्स) जुनियर वर्ग की 500 मीटर की रेस में राजस्थान की सुश्री तनिष्क पटवा व शगुन कुमावत की जोडी नें रजत पदक जीता (बालिका सिंगल) सबजुनियर वर्ग की 500 मीटर की रेस में राजस्थान की सुश्री शगुन कुमावत नें रजत पदक जीता। (बालिका डबल्स) सबजुनियर वर्ग की 500 मीटर की रेस में राजस्थान की सुश्री कनिष्का कुमावत व शगुन कुमावत की जोडी नें रजत पदक (बालिका सिंगल) सबजुनियर वर्ग की 200 मीटर की रेस में राजस्थान की सुश्री शगुन कुमावत नें रजत पदक जीता।बालिका वर्ग में कयाक-2 (बालिका डबल्स) जुनियर वर्ग की 1000 मीटर की रेस में राजस्थान की सुश्री तनिष्क पटवा व शगुन कुमावत की जोडी नें कांस्य पदक जीता।
इसकें अतिरिक्त सबजुनियर बालिका वर्ग की कयाक-4 की 500 मीटर की रेस में राजस्थान की कनिष्का कुमावत, मनस्वी सुखवाल, चारवी कुमावत व अनाया सिंह नें शानदार प्रदर्शन करते हुए माईक्रों सेण्डस से कास्य पदक चुक गई व चौथे स्थान पर रही। साथ ही राजस्थान के बालकों में रूद्र प्रताप सिंह, सक्षम कुमावत, मानस सुखवाल, पार्थ सिंह चुण्डावत, जाॅय कुमावत व अनन्त सिंघवी नें भी अपनें अपनें ईवेन्टों में शानदार प्रदर्शन किया।
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