चुनाव प्रकोष्ठों में लगे कार्मिक मूल विभाग के लिए कार्यमुक्त - निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न, प्रशासनिक कामकाज फिर पकडे़गा गति

 चुनाव प्रकोष्ठों में लगे कार्मिक मूल विभाग के लिए कार्यमुक्त

- निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न, प्रशासनिक कामकाज फिर पकडे़गा गति


- मतगणना के दूसरे ही दिन प्रशासन एक्शन मोड पर

उदयपुर, 4 दिसम्बर। लोकतंत्र का उत्सव निर्विघ्न और शांतिपूर्ण ढंग से संपादित होने के बाद अब प्रशासन एक बार फिर रूटिन के प्रशासनिक कामकाजों को गति देने में जुट गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने मतगणना के दूसरे ही दिन सोमवार को निर्वाचन संबंधी कार्यों के लिए गठित विभिन्न प्रकोष्ठों में नियोजित कार्मिकों को मूल विभागों के लिए कार्यमुक्त कर दिया है।

विधानसभा आम चुनाव- 2023 को सुचारू रूप से संपादित कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने विभिन्न प्रकोष्ठ गठित किए थे। समय-समय पर आदेश जारी कर इन प्रकोष्ठों में कामकाज के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की सेवाएं अधिग्रहित की गई थी। पिछले करीब 2 माह से उक्त कार्मिक इन प्रकोष्ठों के माध्यम से विधानसभा चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शिता और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में जुटे रहे। रविवार को मतगणना पूर्ण होने के तुरंत बाद सोमवार को जिला कलक्टर ने एक आदेश जारी कर सांख्यिकी प्रकोष्ठ, क्रिटिकल प्रकोष्ठ, चुनाव पश्चात मतगणना प्रकोष्ठ, होम वोटिंग प्रकोष्ठ, वाहन प्रकोष्ठ, कानून प्रक्रिया प्रकोष्ठ, कानून व्यवस्था प्रकोष्ठ, स्वीप प्रकोष्ठ, मत पत्र प्रकोष्ठ, विशिष्ट योग्यजन प्रकोष्ठ, सोशल मीडिया प्रकोष्ठ, पोलिंग पर्सनल वेलफेयर प्रकोष्ठ, वेबकास्टिंग प्रकोष्ठ सहित अन्य में नियोजित कार्मिकों को कार्य मुक्त करते हुए अपने मूल पदस्थापन विभाग में उपस्थिति देने के निर्देश दिए हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

अतिरिक्त जिला कलेक्टर नीमकाथाना भागीरथ साख के औचक निरीक्षण में कर्मचारी नदारद पाए गए* *सीसीए नियमों के तहत होगी कार्रवाई*

आमेर तहसीलदार ने बिलोंची गाँव की खसरा न, 401 से लेकर खसरा न, 587 तक की जमीन की , जमाबंदी के खातेदार 12 व्यक्तियों में से चार व्यक्तियों के नाम मिली भगत कर , सुविधा शुल्क वसूलकर नियम विरूद्ध तकासनामा खोल दिया गया आठ खातेदारों का विरोध तकासनामा निरस्त करने की मांग