सरकार द्वारा अग्रणी कृषकों को किया जाएगा पुरस्कृत मनोनयन प्रस्ताव 31 दिसंबर तक आमंत्रित
सरकार द्वारा अग्रणी कृषकों को किया जाएगा पुरस्कृत
मनोनयन प्रस्ताव 31 दिसंबर तक आमंत्रित
उदयपुर, 7 दिसंबर। कृषोन्नति योजना के कृषि विस्तार पर उप मिशन आत्मा योजना अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में राज्य, जिला तथा पंचायत समिति स्तर पर पांच विभिन्न कृषि उद्यमों के श्रेष्ठ कृषकों को पुरस्कृत किया जाएगा।
कृषि विभाग के उप निदेशक सुधीर कुमार वर्मा ने बताया कि योजना में पुरस्कृत किये जाने हेतु कृषक के मनोनयन प्रस्ताव 31 दिसंबर तक आमंत्रित किये गये है। प्रस्ताव प्रतापनगर स्थित उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक, (आत्मा) कार्यालय में जमा करवाने होंगे।
वर्मा ने बताया कि इन पुरस्कारों हेतु प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर पांच कृषकों का चयन प्रत्येक गतिविधि वार यथा कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन डेयरी व मत्स्य पालन, जैविक खैती, नवाचारी खेती, कृषि उत्पादों का प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन आदि गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य के आधार पर किया जावेगा। पंचायत समिति स्तर पर चयनित कृषकों में से 10 सर्वश्रेष्ठ कृषकों को (प्रत्येक गतिविधि में 2) जिला स्तर पर चयनित किया जायेगा, तथा समस्त जिलों से चयनित कृषकों में से राज्य स्तर पर 10 सर्वश्रेष्ठ कृषकों का (प्रथम एवं द्वितीय स्तर पर 5-5 कुल 10) चयन होगा। पुरस्कार हेतु प्रत्येक गतिविधि वार पंचायत समिति स्तर पर राशि 10 हजार रुपये, जिला स्तर पर राशि 25 हजार रुपये एवं राज्य स्तर पर राशि 50 हजार रुपये देने का प्रावधान है।
यह रहेगी चयन प्रक्रिया
पंचायत समिति एवं जिला स्तर पर सम्मानित किये जाने वाले कृषकों का चयन आत्मा योजना में जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित शाषी परिषद द्वारा किया जायेगा। आत्मा योजना के तहत विगत में पुरस्कृत कृषकों का चयन दोबारा नहीं होगा। कृषकों को एक बार ही इस योजना के अंतर्गत सम्मानित किये जाने का प्रावधान है। जो कृषक पूर्व में आत्मा योजना में किसी भी स्तर पर चयनित हो चुके है, वे पुनः आवेदन के पात्र नहीं होगे। इस योजना के तहत कृषक स्वयं या निर्वाचित जनप्रतिनिधि या कोई अन्य व्यक्ति/संस्था योग्य कृषक के प्रस्ताव उसके द्वारा कृषि एवं संबंध क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट कार्य का विवरण मय 5-7 फोटोग्राफी सहित प्रस्तुत करते हुए नाम प्रस्तावित कर सकते हैं। वह कृषक जो कृषि विभाग द्वारा निर्धारित 21 मूल मंत्र की पालना, समग्र कृषि गतिविधियों यथा प्रमाणित बीज प्रयोग, बीज उपचार, फार्म मशीनरी, कृषि विभाग की पेकेज ऑफ प्रेक्टिसेज अपनाते हुए खेती करना एवं हाईटेक कृषि करते हुए गुणवत्तायुक्त उत्पादन लेते हो, उन्हीं कृषकों को चयन में वरीयता दी जायेगी।
उद्यानिकी हाईटेक उद्यानिकी/माइक्रो इरिगेशन द्वारा सिंचाई, वृक्षों की आपसी दूरी तथा कटाई पश्चात प्रबंधन करने, सब्जियों की खेती करने वाले, फल बगीचा स्थापना मय ड्रिप व फसलोत्तर प्रबंधन करने वाले कृषकों को वरीयता दी जायेगी। पशुपालन डेयरी व मत्स्य पशुपालन में उन्नत नस्ल के पशु, अच्छा पशु स्वास्थ्य, नियमित टीकाकरण, पशुओं को संतुलित आहार, कृत्रिम गर्भाधान, दुग्ध उत्पादन आदि व मत्स्य पालन के अन्तर्गत मछली पालन का उत्कृष्ट कार्य करने वाले को जिसमें अच्छी किस्म का मछली बीज काम में लिया गया हो ऐसे कृषकों को वरियता दी जायेगी। जैविक खेती में कम्पोस्ट निर्माण, बीजामृत, वर्मीवॉश, जैविक उत्पाद का निर्माण व विपणन आदि जैविक खेती के उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषकों को वरीयता दी जाएगी। नवाचारी खेती व प्रसंस्करण मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, अजोला की खेती आदि अनेक नवाचारी गतिविधियां जो कृषि के क्षेत्र में नया हो तथा जो कृषक कृषि आधारित उत्पादों के प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन का कार्य कर रहे है उन्हीं कृषकों को चयन में वरीयता दी जायेगी।
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