कोटा *चिरंजीवी योनजा में गरीबो का इलाज नही करने वाले निजी अस्पतालों पर कठोर कार्यवाही को लेकर मजदूर एकता मंच सहित सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन दिया।*
कोटा
*चिरंजीवी योनजा में गरीबो का इलाज नही करने वाले निजी अस्पतालों पर कठोर कार्यवाही को लेकर मजदूर एकता मंच सहित सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन दिया।*
राइट टू हेल्थ का विरोध कर रहे निजी अस्पतालों द्वारा राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए गरीबवर्ग के लिए लाभदायक चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में इलाज बन्द कर दिया। जिस कारण मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है और सरकारी अस्पतालों में दबाव बढ़ गया है मरीजों को इलाज से वंचित होना पड़ रहा है।गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार ने चिरंजीवी योजना पर विश्वास जताते हुए इस योजना में बढ़चढ़ कर पंजीयन कराया।आज जब ऐसे परिवार को इलाज की जरूरत है तो उन्हें भटकना पड़ रहा है । सरकार और प्रशासन को चाहिए कि सरकार की लोकप्रिय चिरंजीवी योजना की खिल्लियां उड़ाने वाले ऐसे निजी अस्पतालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए ताकि आमजन में सरकार के प्रति विश्वास बना रहे।
मजदूर एकता मंच सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियो ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक निजी अस्पताल चिरंजीवी योजना में इलाज शुरू नही करते तब तक ऐसे तब तक इन अस्पतालों के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा चाहे ऐसे अस्पतालों के खिलाफ सड़को पर उतर कर ही लड़ाई लड़नी पड़े।
मजदूर एकता मंच ने अपील की है कि कोटा शहर के सभी व्यापारिक,सामाजिक, राजनेतिक, संगठन ,स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पार्षदगणों को ऐसे मुनाफाखोर निजी अस्पतालों के ख़िलाफ़ आंदोलन करना चाहिए ताकि आमजन को राहत मिल सके
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से मजदूर एकता मंच के संयोजक बीटा स्वामी,एजेडब्लूएस अध्यक्षा आरती जनार्दन,महिला सेवाभावी संस्था की संरक्षक भावना शर्मा,दीपशिखा विजयवर्गीय, पूनम कँवर,समाजसेवी नरेश शर्मा,दिनेश विजय,तेजपाल सिंह,रईस खान,राजू सुवालख्या, परवेश भाई, लक्ष्मीकांत सुमन,रमाकांत शर्मा,रूप सिंह आदि शामिल रहे
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