कुशलगठउप कारागृह कुशलगढ़ के जेल कर्मियों ने राज्य सरकार को सहमत कराने पर मुंह मीठा कराकर जताई खुशियां*
*कुशलगठउप कारागृह कुशलगढ़ के जेल कर्मियों ने राज्य सरकार को सहमत कराने पर मुंह मीठा कराकर जताई खुशियां*
*ललित गोलेछा ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट*
*शुक्रवार को उप कारागृह के बाहर विगत तेरा जनवरी से के जेल पहरीयो ने वेतन विसंगति को लेकर भूख हड़ताल कर मेस का बहिष्कार किया था* *जिसके चलते कुशलगढ़ उपकार करके 4 पहरी अस्वस्थ हो गए थे* जिन्हें हॉस्पिटल भर्ती कराकर उनका उपचार जारी था
*लेकिन गुरुवार को जेल कर्मियों में नहीं आशा का संचार हुआ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ प्रतिनिधि मंडल की वार्ता में मांगों की सहमति होने पर भूख हड़ताल समाप्त करने की जानकारी* मिलते ही उप कारागृह कुशलगढ़ पहरियो खुशी जाहिर करते हुए *एक दूसरे का मीट मुंह मीठा करा कर खुशी जाहिर की*
*जेल कर्मियों ने अपनी खुशी में उप कारागृह परिसर में हॉस्पिटल के चिकित्सकों को आमंत्रित किया*
*चिकित्सा प्रभारी डॉ राम रैक धाकड़ डॉक्टर दीपेंद्र सिंह राठौड़ डॉ मुकेश भारद्वाज डॉक्टर अरुण गुप्ता डॉक्टर मुकेश कुमावत पत्रकार ललित गोलेछा को माला पहनाकर स्वागत किया* जहां जेल के पहरी राजवीर सिंह ने बताया कि हमारे इस आंदोलन में चिकित्सक और पत्रकार की भूमिका सराहनीय रही
राजवीर ने बताया कि
*जेल कर्मी पुलिसकर्मी के वेतनमान में असमानता थी जिसे चलते जेल कर्मी में असंतोष था कर्मचारी महासंघ के बैनर तले पूरे राज्य में जेल कर्मी ने भूख हड़ताल और मेस बहिष्कार अपनी वर्दी पहन कर कर्तव्य का निर्वाह कर आंदोलन कर रहे थे* *जिसके चलते चार कुशलगढ़ उप कारागृह के पहरी अस्वस्थ हो गए थे* और राजभर में ऐसी सूचनाएं आने लगी इसके चलते महानिदेशक कारागार एवं कार्मिक प्रतिनिधिमंडल से *मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बीच वार्ता का मार्ग प्रशस्त हुआ* राजवीर ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्मियों की मांगों को उचित बताते हुए वित्त एवं गृह विभाग को वेतन संबंधित विसंगतियों को तथा नया प्रस्ताव बनाकर इसे अविलंब दूर करने के निर्देश दिए
इसके बाद जेल कर्मियों ने बहिष्कार समाप्त कर मेस में खाना प्रारंभ किया
*इस अवसर पर उप कारागृह के जेलर बृजमोहन मीणा सुरेंद्र सैनी पुर्जाराम सुरेंद्र मीणा सुभाष विश्नोई नवीन लबाना राजवीर सिंह समुंदर जाट मनोज पाटीदार* आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और आभार व्यक्त किया की राज्य के मुख्यमंत्री ने हमारी मांगों को उचित बताया
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