पत्रकार जनतंत्र की आवाज के निर्देशन में श्रीमती हिमांशु निकिता ने लघु नाटिका पेश की ।
जसवंतगढ़ नागौर क्षेत्र के सेठ श्री सूरजमल तापड़िया आचार्य संस्कृत महाविद्यालय में चल रहे संस्कृत संभाषण शिविर के तीसरे दिन रितिक भूमिक पुत्र मुकेश व्यास फलोदी ने शिवतांडव स्त्रोत के श्लोक से शुभारंभ किया। मनीषा जी हनुमानगढ़ ने मधुर कंठ से संस्कृतगीत सुनाया। पंचांग निर्माता हर्षित सारस्वत निवासी बालाजी ने आज के पंचांग के बारे में जानकारी दी। वैद्य प्रेमदेव आर्य निवासी लोहारा बिदासर श्री शैलेंद्र जी, डॉ राजेन्द्र शास्त्री सहायक आचार्य, जगद्गुरु रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर, कार्यालय व्यवस्था महेश दाधीच, भोजन आदि व्यवस्था प्राचार्य डॉ हेमन्त कृष्ण मिश्र देख रहे हैं। विद्यार्थी अपना जन्मदिन भी सामूहिक रूप से मना रहे हैं बीकानेर से आए हुए महामंत्री श्री ताराचंद जी विशेष व्यवस्था देख रहे हैं पत्रकार जनतंत्र की आवाज के निर्देशन में श्रीमती हिमांशु निकिता ने लघु नाटिका पेश की ।
पतंजलि प्रकोष्ठ में अध्यापन कार्य करवाते हुए सर्वश्रेष्ठ व्याख्याता चंद्रशेखर जी जसवन्तगढ़ तथा आनन्द के के साथ सभी छात्र छात्राएं प्रशिक्षण ले रहे हैं।
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