कर्मचारी महा संघ ने निजी चिकित्सालयों द्वारा कर्मचारियों के लिए RGHS बंद करने मनमाने फैसले पर सरकार करें कार्यवाही
*कर्मचारी महा संघ ने निजी चिकित्सालयों द्वारा कर्मचारियों के लिए RGHS बंद करने मनमाने फैसले पर सरकार करें कार्यवाही
*- - कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर! राज्य कर्मचारी RGHS पर सरकार को सभी कर्मचारिओं को ड्यूटी और पेंशन कर्मियों के बीमारी अवस्था पर तुरंत चिकित्सा मिले यह तुरंत संज्ञान लेने की आवश्यकता है??
हाल ही निजी चिकित्सालयों द्वारा राज्य के विभिन्न समाचार पत्रों में सार्वजनिक सूचना प्रेषित की गई है ,कि 15 जुलाई 2025 से RGHS कैशलैस सुविधा को बंद किया जाएगा ? यह निजी चिकित्सालयों द्वारा स्वयं लिया गया फैसला है ! इससे 60 लाख कर्मचारी तथा पेंशनर सहित परिवारजन प्रभावित होंगे।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के *प्रदेश महामंत्री विपिन प्रकाश शर्मा ने बताया कि आज मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को ज्ञापन देकर मांग की है कि RGHS कैशलैस सुविधा बहाल रहनी चाहिए तथा निजी चिकित्सालयों तथा दवा विक्रेताओं द्वारा किए गए घोटाले करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए ?? उन्हें RGHS के पैनल से निकलना कार्रवाई की श्रेणी में नहीं आता है? ऐसे दवा विक्रेताओं तथा निजी हॉस्पिटलों के लाइसेंस रद्द किए जाने चाहिए तभी फर्जीवाड़े पर लगाम लगेगी।*
*अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर चिकित्सालयों से RGHS कैशलैस योजना बंद कि जाती है तो कर्मचारी एकजुट होकर इसका विरोध करेंगे क्योंकि यह कर्मचारी एवं उनके परिवार के स्वास्थ्य संबंधी मामला है।*
महासंघ सरकार से मांग करता है कि सरकार कर्मचारी हितों में शीघ्र प्रसंज्ञान ले और उचित कार्रवाई कर कैशलैस सुविधा बहाल करवा कर कर्मचारी के हितों का संरक्षण करें। तथा कर्मचारिओं को पहले की तरह सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सालयों में चिकित्सा सरलता से दी जानी चाहिए! हाल ही निजी चिकित्सालय कुछ कंजुमेबल आईटम के नाम पर मजबूर कर लेकर काट ली जाती हैं, फिर कैशलेस चिकित्सा कंहा हुई, संज्ञान लेना चाहिए! अनावश्याक चिकित्सक घर क्यों??और बार बार फोटो का क्या मतलब है??ओ.पी.डी. में भी सुविधा से दिखा कर दवाईयां किसी भी अधिकृत दुकान/ हॉस्पिटल से ले सकें क्योंकि मरीज के साथ, घर वाले भी परेशान रहते हैं? सुविधा में दुविधा का कोई औचित्य नहीं बनता है! लोक प्रिय सरकार जन मानुष का ध्यान रख कर कार्य करें??
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