राजस्थान सरकार के नये काबिल मुख्य मंत्री से बीमार कर्मचारीयों को सुगम इलाज की ना-उम्मीद
राजस्थान सरकार के नये काबिल मुख्य मंत्री से बीमार कर्मचारीयों को सुगम इलाज की ना-उम्मीद
-- कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर! राज्य सरकार की नियत पर सवालिया निशान, बीमार कर्मचारी ड्यूटी पर/सेवा निवृत् को समय पर ना सरकारी और ना निजी चिकित्सालयों में कँही इलाज नहीं मिले?? स्वयं और घर वालों का पुख्ता इंतजाम तो मोदी जी ने कर दिया??
कँही अनुभव की कमी के कारण अनावश्यक अत्याचार हड़ताल और कर्मचारी सेवाओं की संवेदना ही समाप्त हो जावे, सावधानी अति आवश्यक है??
अभी अभी फिर ,सभी RGHS लाभार्थी को झकझोर कर रख दिया है!हाल ही RGHS लाभार्थी को दिनांक 14.7.2025 तक ही RGHS में सूचीबद्ध निजी अस्पतालों की Cashless उपचार पर्ची लिखवा कर के सात दिनों के भीतर ही उस पर्ची के अनुसार RGHS में देय दवाइयां Cashless ले सकते हैं।
उसके बाद में उनको केवल सरकारी अस्पतालों में जाकर या *सरकारी अस्पतालों में नियमित रूप से नियुक्त सेवारत चिकित्सकों के घर पर जाकर उपचार पर्ची लिखवाने* पर ही और उससे ही Cashless दवाइयां लेने की सुविधाएं प्राप्त होंगी।Cashless जांचें केवल सरकारी अस्पतालों से जारी उपचार पर्चियों से ही इन सरकारी अस्पतालों में ही और/या RGHS में सूचीबद्ध निजी डायग्नोस्टिक सेंटर और/या इमेजिंग सेंटर से करवाई जा सकेंगी।
RGHS में निजी सूचीबद्ध अस्पतालों की नकद भुगतान की उपचार पर्चियों से RGHS में सूचीबद्ध निजी डायग्नोस्टिक सेंटर और इमेजिंग सेंटर के द्वारा Cashless जांचें नहीं की जाएंगी तथा RGHS में सूचीबद्ध निजी दवा विक्रेताओं के द्वारा Cashless दवाइयां भी नहीं दी जाएंगी। इनको और अस्पतालों को नकद भुगतान करने पर उसका RGHS से पुनर्भरण वित्त विभाग,राजस्थान सरकार के द्वारा इस हेतु कोई आदेश जारी किया जाने पर ही मिलेगा। इसका कोई आदेश जारी होने तक RGHS से इनका कोई पुनर्भरण नहीं किया जाएगा।
इसे बार बार किलिष्ठ बनाऐ जाने का कर्मचारियों रोष है??
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