डे NULM की नेशनल मिशन मैनेजर मेघना ने शिल्पकला महोत्सव का किया अवलोकन* -

 *डे NULM की नेशनल मिशन मैनेजर मेघना ने शिल्पकला महोत्सव का किया अवलोकन* -



- कैलाश चंद्र कौशिक


जयपुर। जवाहर कला केंद्र के साउथ विंग में प्रवक्ता जिनेश जैन अनुसार शहरी आजीविका केंद्र संस्थान द्वारा 14 नवंबर से आयोजित शिल्पकला महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुँचकर देशभर के शिल्पकारों की कला और हुनर का आनंद ले रहे हैं। जयपुरवासियों में इस महोत्सव को लेकर उत्साह लगातार बढ़ रहा है। हस्तशिल्प, हैंडलूम, ज्वेलरी, मॉडर्न क्राफ्ट, आचार-चटनी, घरेलू उत्पाद और विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विशेषताओं से सजे स्टॉल्स विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

इसी क्रम में आज डे NULM की National Mission Manager मेघना जी, जो दिल्ली स्थित मंत्रालय से विशेष रूप से जयपुर पधारीं, ने महोत्सव का विस्तृत अवलोकन किया। उनके स्वागत के लिए जयपुर शहरी आजीविका के सचिव संजीव वर्मा एवं एसएचजी कोऑर्डिनेटर रजनी मीरवाल उपस्थित रहीं। दोनों ने मेघना जी को बुके भेंट कर सम्मानित किया तथा शहरी आजीविका मिशन से जुड़े विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का भ्रमण करवाया।

मेघना जी ने महिला उद्यमियों द्वारा प्रदर्शित उत्पादों—जैसे हैंडलूम वस्त्र, आचार-चटनी, गृह सजावट सामग्री, ज्वेलरी, पारंपरिक हस्तशिल्प और प्राकृतिक उत्पादों—की सराहना करते हुए कहा कि

“ऐसे महोत्सव न केवल महिलाओं की प्रतिभा को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”

उन्होंने कहा कि एसएचजी महिलाओं में बढ़ती उद्यमिता समाज में सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है। मेघना जी ने सभी महिला शिल्पकारों और उद्यमियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।

शहरी आजीविका के सचिव संजीव वर्मा एवं एसएचजी कोऑर्डिनेटर रजनी मीरवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक आयोजित हो रहा है तथा प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क है। उन्होंने बताया कि देशभर के आर्टिजन और बुनकरों की सहभागिता से जयपुरवासियों को एक ही स्थान पर विविध राज्यों की कला, परिधान, ज्वेलरी, पारंपरिक वस्तुएँ और घरेलू सामान देखने एवं खरीदने का अनूठा अवसर प्राप्त हो रहा है।

समाज सेवी जिनेश कुमार जैन ने बताया कि शहरी आजीविका मिशन द्वारा उपलब्ध ऐसे मंच महिलाओं के आत्मविश्वास और पहचान को नई दिशा प्रदान करते हैं। नागरिकों से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर महिला उद्यमियों और शिल्पकारों का उत्साहवर्धन करें तथा स्थानीय कला एवं हस्तशिल्प को प्रोत्साहन दें।

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