राजस्थान के ढर्रे बाज़ मुख्य मंत्री बने, स्टेटिक्स और विभागीय मैचों के खिलाडी राजनीतिज्ञ
राजस्थान के ढर्रे बाज़ मुख्य मंत्री बने, स्टेटिक्स और विभागीय मैचों के खिलाडी राजनीतिज्ञ
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कैलाश चंद्र कौशिक
जयपुर ! अपने प्रदेश की प्रगति कागजी स्टेटिक्स पर चल रही थी और है ? वस्तु स्तिथी में कोई भी राहत और प्रगति संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति का न्यायोचित् कार्य किसी भी विभाग में नहीं हो रहे हैं जिनमें शामिल है, पशु पालन विभाग, जहाँ दुश्मनी से सही जाँच और तथ्यों को हेर फेर कर, सही रिपोर्टों को जला कर राख कर दिया जाता है! कोर्ट अवमानना के दोषी डा. भागीरथ और ए. सी .बी.के दोषी डा. मदन डागर को विभागीय सांख्य बनाया जाता है ! यह द्वेषता के सबूत हैं?
सदेव काले कारनामे वाले शराबी कबाबी सवाई माधोपुर जिले के नामी गिरामी जिला पशु पालन अधिकारी,1993 एवं 1996 - 97 में रहे ? क्लर्क करतार सिंह और अजय कुमार थे? जिन्होंने मदन मोहन पशु चिकित्सा सहायक पशु चिकित्सालय, बालेर के खिलाफ की, स्थानीय नागरिकों और पशु पालकों की और सरकारी, गैर सरकारी कर्मचारियों के बयान जलवा कर, दूसरे कर्मचारी कैलाश कौशिक के खिलाफ बनाकर चला दिये?
जिन्हें रिश्वत खोर डा. राम नारायण भटनागर और डा.उदय कृष्ण थानवी निदेशक ने कैसे विभागीय क्लर्कों की झूठे सेवा समाप्ति आदेश ड्यूटी पर कार्य करते हुए बना दिये ?? किस कदर आधे वेतन पर सेलेरी दी जाती थी जिन्हें नहीं देने पर नौकरी से हाथ धोने पड़ते थे ?
आज भी, गुजरे जमाने के मुख्य मंत्री जी के भी वही हाल चाल हैं ?? सिर्फ पार्टीयों के चेहरे बदलने से काम नहीं चलेगा?? आज भी धरातल पर कोई काम गिनती गिनाने के अलावा कुछ नहीं है! आप सभी मुख्य मंत्री की सुनबाई के आनंद ले सकते हैं ?सरकार दोषियों को बचा रही है?? कुछ तो बख्शिष् मिली होगी ??
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