ग्राम पंचायत डूंगा की नांगल ( पाटन ) की सरपंच /प्रशासक विमला देवी बर्खास्त******
*ग्राम पंचायत डूंगा की नांगल ( पाटन ) की सरपंच /प्रशासक विमला देवी बर्खास्त******
पाटन पंचायत समिति द्वारा ग्राम पंचायत डूंगा की नांगल की सरपंच बिमला देवी को ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग द्वारा निर्माण कार्यों में अनियमिताओं के मध्य नजर बर्खास्त कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के सरपंचों ने अपनी-अपनी फर्म बना रखी है । और इसी फर्म के नाम से टेंडर जारी होता है, जिसमें सरपंचों की जुगलबंदी होती है । यदि राजस्थान सरकार जांच निष्पक्ष एजेंसी द्वारा कराए , तो सच सबके सामने होगा।
विमला देवी प्रशासक की अनियमितताएं निर्माण कार्यों में बोर्ड नहीं लगाया तथा भुगतान हो चुका । पट्टा जारी करने में भी नियमों की अनदेखी की गई। नियम अनुसार कार्यों को पट्टा नियम 162 के तहत जारी किया जाना था। प्रशासक विमला देवी द्वारा यह प्रक्रिया नियम 158 के अंतर्गत पुरी की गई ,जो स्पष्ट रूप से गलत पायी गई ।विमला देवी को जिला कलेक्टर सीकर द्वारा 16 जनवरी 2025 को ग्राम पंचायत दूंगा की नांगल का प्रशासन की नियुक्ति किया गया था । अब उन्हें प्रशासक पद से हटाने का आदेश अतिरिक्त आयुक्त एवं शासन उप सचिव इंद्रजीत सिंह ने यह आदेश जारी किया।
नीमकाथाना विधानसभा क्षेत्र में कई सरपंच तो ऐसे हैं ,जो निर्माणकार्य भी अपने निजी व्यक्ति संवेदक ,ठेकेदार को टेंडर निकालने से पूर्व निर्माण कार्य करवा लिया जाता है । तथा कागजी कार्यवाही की कोरी खाना पूर्ति करने के लिए एस पी पी पी राजस्थान पोर्टल पर टेंडर निकलते हैं। कोई संवेदक पोर्टल को देखकर संबंधित ग्राम पंचायत या पंचायत समिति में टेंडर कॉपी लेने जाता है। तो वहां से सरपंच और ग्राम सेवक नदारद मिलते हैं । और फोन द्वारा संपर्क करें तो फोन रिसीव नहीं किया जाता, और बेचारा ठेकेदार जुगलबंदी व भ्रष्टाचार के कारण अपना सा मुंह लेकर लौट जाता है। इन सरपंचों ने मनमाना रवैया अपना कर घर-घर के लो , भर भर के लो । वाला सिद्धांत अपनाकर जुगलबंदी से भुगतान उठा लिया जाता है । इस प्रकार बहुतायत संख्या में सरपंच इस प्रकार कर रहे हैं । सो इन भ्रष्ट सरपंचों पर राजस्थान सरकार अंकुश लगाए , तथा इनकी निष्पक्ष जांच एजेंसी से करवाएं , तो सच सामने होगा।
****भले ही पारदर्शिता हेतु व भ्रष्टाचार न हो , इस हेतु केंद्र सरकार के आदेश अनुसार राज्य सरकार ने लोकपाल प्रत्येक जिले में बना रखे हैं । लोकपाल भी न जाने क्या कर रहे हैं ****। कि सरपंचों वर्तमान प्रशासकों पर किसी का भी अंकुश नहीं है। इसलिए यह अपनी मनमानी करने को स्वतंत्र हैं।
इलेक्ट्रिक न्यूज़ रिपोर्टर ,शिंभू सिंह शेखावत सीकर नीमकाथाना राजस्थान
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