जिला कलेक्टर जयपुर को लिखित परिवाद लगभग ढाई माह पूर्व दिया गया, लेकिन अब तक कोई पटवारी भी मौके पर नहीं गया
*जिला कलेक्टर जयपुर को लिखित परिवाद लगभग ढाई माह पूर्व दिया गया, लेकिन अब तक कोई पटवारी भी मौके पर नहीं गया
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जिला कलेक्टर जयपुर को लिखित में परिवाद लगभग ढाई माह पूर्व स्वयं रविकांत शर्मा ने उपस्थित होकर दिया था । लेकिन इतने समय बाद तक भी संबंधित पटवारी भी मौके पर नहीं गया , प्रशासन तो दूर ।
*यह कैसी सरकार इसके कलेक्टर और एसपी आंख और कान अपनी मनमर्जी धड़ल्ले से कर रहे हैं आप परिवादी पीड़ित शोषण रविकांत शर्मा ,ग्राम नायन ,तहसील शाहपुरा ,जिला जयपुर सरकारी कार्यालय के चक्कर काट काट कर थक गया । *लेकिन राज्य सरकार के आंख और कान कहलाए जाने वाले कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के कान पर जूं तक नहीं रैंगी ।अर्थात प्रशासन ने रविकांत शर्मा के परिवाद की फाइल को लाल फीताशाही की भेंट चढ़ा दिया*।
उल्लेखनीय है कि रविकांत शर्मा जिला कलेक्टर से लेकर शाहपुरा एसडीएम तक अपनी फरियाद लिखित में लेकर पहुंचा । लेकिन शाहपुरा एसडीएम संबंधित विधायक के दबाव में आकर भूमाफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। **यदि जनप्रतिनिधि ही आमजन के सही कार्यों को करने में रोड़ा अटकायेंगे ,तो ऐसा (एम एल ए ) ना के बराबर है**और साथ-साथ नौकरशाही जयपुर को तो सोचना चाहिए। क्योंकि विधायक सर तो 5 वर्ष के ही
नुमाइदें होते हैं। लेकिन लगता है नौकरशाही पर राजनीति हावी है।
आजकल के समय में दबाव की राजनीति हो गई है,, नहीं तो रविकांत शर्मा का वैध कार्य हो जाता।
अत: जयपुर में बैठे माननीय मुख्यमंत्री, भजनलाल जी उक्त दोनों नौकरशाहों का स्थानांतरण करने का श्रम करें । एवं विधायक महोदय को समझाया जावे की आगामी 5 वर्ष बाद यही जनता आपसे विमुख हो जाएगी । यें भू माफीया आपको वोट नहीं देंगे।
विडंबना तो यह है, कि भू माफियाओं के द्वारा रविकांत शर्मा को डराया धमकाया जाता है, कि तुझे मार देंगे । ऐसा होना न्याय संगत नहीं है । भकृपया रविकान्त को न्याय मिलना चाहिए ☑️
रिपोर्टर: वाइस आफ मीडिया राजस्थान
शिंभू सिंह


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