वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलगुरू प्रो. बीएल वर्मा नें किया कार्यभार ग्रहण*

 *वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलगुरू प्रो. बीएल वर्मा नें किया कार्यभार ग्रहण*




*वीएमओयू की संस्थागत उन्नति और नवाचार के साथ वैश्विक सहयोग और साझेदारियों से बढ़ाएंगे प्रदेश की मुक्त शिक्षा : प्रो.बीएल वर्मा, कुलगुरु*


कोटा, 06 सितम्बर, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलगुरू प्रो.बीएल वर्मा नें आज कार्यवाहक कुलगुरु प्रोफेसर बीपी सारस्वत से अपना कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रशासन के विभिन्न अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।


इस अवसर पर नवनियुक्त कुलगुरु प्रो. बीएल वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय के मुखिया होने के नाते उनकी विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी उनकी हमेशा प्राथमिकता रहेगी कि आपसी समन्वय से विश्वविद्यालय के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जाए। समय के साथ मुक्त शिक्षा के बदलते स्वरूप को अपनाते हुए विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ नवीनतम तकनीक, नवाचार, लाभदायक अकादमिक योजनाओं, शैक्षणिक अनुसंधान, दूरस्थ शिक्षा में तकनीकी प्रगति,शैक्षणिक नवाचार, गुणवत्ता आश्वासन और दूरस्थ शिक्षा में वैश्विक सहयोग और साझेदारियां, मुक्त शिक्षा के लिए हितकारी नीति निर्माण, भविष्य के रुझान और उभरती प्रौद्योगिकियों का समावेश, मुक्त शिक्षा में वैश्विक मूल्यांकन और मान्यता, संस्थागत उन्नति और नवाचार, अनुसंधान एवं विकास के लिए वित्तपोषण की व्यवस्था, विकसित शिक्षार्थी सहायता प्रणालियाँ को अपनाना जैसे महत्वपूर्ण नावाचारो के माध्यम से विश्वविद्यालय को विकसित किया जाए। उनका प्रयास रहेगा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुना जाए उनका त्वरित निदान किया जाए।


प्रो. बीएल वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान, प्रशिक्षण और विस्तार के माध्यम से प्रदेश की मुक्त शिक्षा के विकास में सकारात्मक भूमिका का निर्वहन करते हुए सभी क्षेत्रों में नवाचारों और कौशल उन्नयन के साथ विद्यार्थियों हेतु निरंतर सर्वांगीण विकास के नवीन अवसरों का सृजन करेगा। समावेशी शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ हम मुक्त शिक्षा की उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आज मुक्त शिक्षा को नए सिरे से परिभाषित करने की आवश्यकता है, कौशल-आधारित, रोजगार-उन्मुख शिक्षा के माध्यम से हम प्रदेश के विद्यार्थियों के कौशल विकास और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में मजबूत नीति के साथ काम करते हुए नवीन अवसर प्रदान करेंगे। प्रो.वर्मा का कहना है की मुक्त शिक्षा की समस्त सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने साथ पारंपरिक उच्च शिक्षा से वंचित छात्रों को राजस्थान में ही सर्वोत्तम शैक्षिक अवसर प्रदान कर लाभान्वित करेंगे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुलिस पाटन द्वारा हथियार की नोक पर वाहन लूट करवाने वाला अंतर्राज्यीय गैंग का सरगना गिरफ्तार

शारदीय नवरात्र* *03 अक्टूबर 2024 गुरुवार

चोंमू के निकट ग्राम पंचायत कानपुरा के शंभूपुरा गांव में तालाब की भूमि पर कब्जा करने का मामला