कलयुग के श्री राम अवतार बाबा रामदेव जी की भविष्यवाणी
*कलयुग के श्री राम अवतार बाबा रामदेव जी की भविष्यवाणी
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यह सब को विदित है ::: की रामदेव जी ने जीवित समाधि ली थी , समाधि लेने से पहले *तंवर राजपूत को एक वरदान दिया था कि आप लोग किसी के कहने पर या मोह के वशीभूत होकर मेरी समाधि को खोदना मत* आपकी हर पीढ़ी में मेरे जैसा पीर ,योद्धा और तेजस्वी जन्म लेता रहेगा।।। बाबा रामदेव जी ने समाधि लेने से पूर्व समस्त शोक संतृप्त जन-जन समुदाय को भी आध्यात्मिक उपदेश दिए थे। राजपूत तंवरों को वरदान देकर भाद्रपद सुदी एकादशी विक्रम संवत 1422 को रामदेव जी ने जीवित समाधि ली।। बाद में अलौकिक रूप से प्रकट होकर रामदेव जी ने अपने प्रिय जनों को साक्षात परचे दिए थे। एक पर्चा रामदेव जी ने अपने प्रिय जनों को दिया, और दूसरा पर्चा अपने मौसेरें भाई हड़बूजी को दिया।, भाई हड़बू जी सांखला को दिया था ।। जिस पर तंवर राजपूतों ने विश्वास नहीं किया,,, और रामदेव जी के दिए वरदान कि मेरी समाधि को खोदना मत ।।का उल्लंघन करके , नकारकर उसे समाधि को खोद दिया था।
*हुआ कुछ तो यह था* कि हड़बूजी सांखला को जब पता लगा ,कि रामदेव जी ने जीवित समाधि ली है । तो वह अपने गांव बैहगटी से रुणिचा के लिए रवाना हो गए थे ! रुणिचा के ओरण अर्थात चारागाह में पहुंचने पर उन्होंने 🌸एक खेजड़ी के पेड़ के नीचे अपने घोड़े के साथ रामदेव जी को देखा..... हड़बूजी यह देख कर अति प्रसन्न हुए । रामदेव जी ने भी आगे बढ़कर स्वागत किया🌸 हड़बूजी ने समाधि वाली अशुभ बात बताई ,और बोले , देखो ना लोग इतना बड़ा झूठ बोल देते हैं ! आप तो मेरे सामने खड़े हैं।
🌸**रामदेव जी ने हड़बूजी से कहा,,🌸
*कोई नर सांचा हडबू , कोई नर कूड़ा।।।सांच-कुड़ा रा भेद कुण जाण्यां** ।।।
इस संसार में अनेक तरह के लोग रहते हैं, कह नहीं सकते कौणं तो सच्चा है ,,, कौन झूठा है।।
लंबी वार्तालाप के बाद रामदेव जी ने हड़बूजी को घर की तरफ प्रस्थान करने को कहा ,और साथ ही उनको *एक रतन कटोरा और सोहन चुटिया दी थी*। जो की समाधि के समय उनके माता-पिता द्वारा उनके साथ समाधि में रख दिए थे, हड़बूजी ने रामदेव जी के घर पहुंच कर अपनी रामदेव जी से हुई 🌸🌸🌸मुलाकात का सारा का सारा वृत्तांत सुनाया , और भेंट को देखकर परिवार वाले भ्रमित ,अचंभित हो,, और मोह से वशीभूत होकर सभी तुरंत हड़बूजी द्वारा बताएं स्थान की तरफ रवाना हो गए । वहां रामदेव जी और उनके घोड़े को न पाकर उन्हें और ज्यादा भ्रम हो गया ,,की रामदेव जी समाधि से निकल गए होंगे । वहां आए हुए सभी लोगों ने समाधि को खोदना चालू कर दिया , पर वहां उन्हें रामदेव जी की अवशेष मैं हड्डियां मिली ।
उसी समय एक भयंकर गर्जना के साथ भविष्यवाणी हुई...... हे तंवरों ::: आपने मुझ पर विश्वास नहीं किया,, मैंने जो वरदान दिया।।। मेरी उसे आज्ञा का पालन तुमने नहीं किया !!! जो अब आगे से तुम्हारी पीढीयों में कोई पीर ,योद्धा ,तेजस्वी पैदा नहीं होगा और और तुम लोग दरिद्र ही रहोगें।
जय राम सा पीर की 🙏🏼जय बाबे री।।
जय🙏🏼 श्री गोपीनाथ जी की।।।जय 🙏🏼श्री गोपाल जी की।।।।
रिपोर्टर :::वॉइस ऑफ़ मीडिया:::राजस्थान
शिंभू सिंह शेखावत

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