भीम में अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस के अवसर पर श्रीमती पुष्पा सोनी द्वारा आयोजित विधिक साक्षरता शिविरों में जागरूकता की नई मिसाल**
**भीम में अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस के अवसर पर श्रीमती पुष्पा सोनी द्वारा आयोजित विधिक साक्षरता शिविरों में जागरूकता की नई मिसाल**
भीम, राजसमंद / पुष्पा सोनी
विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में कार्यरत पैरा लीगल वालंटियर (PLV) श्रीमती पुष्पा सोनी ने अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस के पावन अवसर पर एक प्रेरणादायी पहल करते हुए भीम क्षेत्र के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन कर समाज को न्याय के महत्व से अवगत कराया। अंतरराष्ट्रीय न्याय की भावना को जनमानस तक पहुंचाने की यह अनुकरणीय कोशिश न केवल लोगों को विधिक जानकारी से सशक्त करने का माध्यम बनी, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय न्याय की अवधारणा से भी जोड़ने का सफल प्रयास साबित हुई।
श्रीमती पुष्पा सोनी द्वारा पहला शिविर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, भीम में आयोजित किया गया, जहां छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) की भूमिका, उसके उद्देश्यों और गंभीर अपराधों के विरुद्ध न्यायिक कार्रवाई के स्वरूप के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय न्याय व्यवस्था किस प्रकार विश्व में शांति और मानवाधिकारों की रक्षा में सहायक होती है। इस अवसर पर सभी छात्राओं को पैंफलेट वितरित किए गए और निःशुल्क विधिक सहायता से संबंधित जानकारी प्रदान की।
इसके पश्चात, श्रीमती पुष्पा सोनी द्वारा सुजाई चौक और सब्जी मंडी में शिविर आयोजित किए गए, जहां आम नागरिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की संरचना, उसके दायित्वों, और व्यक्ति विशेष या संगठनों के विरुद्ध गंभीर अपराधों में की जाने वाली कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया।
श्रीमती पुष्पा सोनी द्वारा सिंधी मोहल्ला और विद्या निकेतन स्कूल के बाहर आयोजित शिविरों में भी उत्साहजनक भागीदारी देखने को मिली। इन शिविरों में आमजन को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे न्याय तक पहुंच प्रत्येक व्यक्ति का मूल अधिकार है और इसके लिए उपलब्ध विधिक सहायता सेवाओं का लाभ हर ज़रूरतमंद को उठाना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय न्याय केवल देशों या संगठनों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसकी मूल भावना हर नागरिक के जीवन से जुड़ी है।
आसींद रोड पर आयोजित अंतिम शिविर में भी श्रीमती पुष्पा सोनी ने नागरिकों को न्याय की आवश्यकता, मानवाधिकारों की रक्षा, और निःशुल्क विधिक सहायता सेवाओं के महत्व को विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने उपस्थित नागरिकों को बताया कि विधिक सेवा संस्थान समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाने का माध्यम है, और जागरूक नागरिक ही एक न्यायपूर्ण समाज की नींव होते हैं।
इन सभी शिविरों में श्रीमती पुष्पा सोनी द्वारा 100 से अधिक लोगों को पैंफलेट वितरित किए गए और उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता सेवाओं की जानकारी दी गई। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि प्रत्येक व्यक्ति को विधिक संस्थाओं तक पहुँचने का सरल मार्ग बताया जाए, ताकि समाज में किसी को भी अपने अधिकारों से वंचित न रहना पड़े। इस उल्लेखनीय पहल ने अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस को भीम क्षेत्र में एक सशक्त जनजागरण अभियान में परिवर्तित कर दिया, जिसके लिए श्रीमती पुष्पा सोनी की सराहना की जा रही है।
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