कोई भी काम छोटा नहीं होता,शर्म ना करे-पूर्बिया बचपन मे पैसों के अभाव में उदियापोल डिपो की लारियों यानी थड़ी पर गुजारी रात
कोई भी काम छोटा नहीं होता,शर्म ना करे-पूर्बिया
बचपन मे पैसों के अभाव में उदियापोल डिपो की लारियों यानी थड़ी पर गुजारी रात
विशाखा व्यास/
/राजस्थान/उदयपुर
दूरदृष्टी,पक्का इरादा एवम कड़ी मेहनत से सच्चाई के मार्ग पर सेवा भावना से काम करने वाले लवीना विकास सेवा संस्थान,ओंगना के संस्थापक संचालक भरत कुमार पूर्बिया किसी काम को छोटा नहीं मानते।पूर्बिया कहते है कि काम करने में कौनसी शर्म।कभी वर्कर नहीं होने पर झाडू लगा देते है तो कभी सब्जियां बेचते नजर आ जाते है।आज शहर के मुख्य चोराहों पर पूर्बिया थैले पर किकोडे बेचते नजर आए तो हर कोई देखता रह गया।कभी दिन दुखियों को साथ लेकर दफ्तरों के चक्कर काटते पूर्बिया नजर आते है।पूर्बिया बताते है इन सभी काम से उनको सुकून मिलता है।इसलिए वे सदैव सच्चाई के मार्ग पर चलते रहेंगे।उन्होंने गरीबी के चलते बचपन मे शहर के उदियापोल डिपो के बाहर खड़ी चाय की लारियों यानी थड़ी पर भी रात गुजारी है।इसलिए इंसान को किसी परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए।
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