राजस्थान विद्यापीठ एवं रिवंेसर प्राईवेट लि. के बीच हुआ एमओयू शिक्षा में तकनीक का उपयोग आज की जरूरत - प्रो. सारंगदेवोत

 राजस्थान विद्यापीठ एवं रिवंेसर प्राईवेट लि. के बीच हुआ एमओयू

शिक्षा में तकनीक का उपयोग आज की जरूरत - प्रो. सारंगदेवोत



उदयपुर, 10 जनवरी। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय एवं रिवेन्सर प्राईवेट लिमिडेट के बीच बुधवार को कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत की अध्यक्षता में एमओयू हुआ। एमओयू पर विद्यापीठ की ओर से रजिस्ट्रार डॉ. तरूण श्रीमाली, रिवेन्सर प्राईवेट लि. कम्पनी की ओर से ब्रिगेडियर माईकल मिंडोसा, एसकेजे इन्फोसिस प्रा.लि. के मनीष सनाढ्य ने हस्ताक्षर किए।

इस अवसर पर प्रो. सारंगदेवोत ने बताया कि एमओयू के तहत डीप टेक्नोलॉजी पर कार्य किया जायेगा जिसके तहत जलवायु परिवर्तन, खाद्य उत्पादन, पुरानी बिमारियों के साथ अपशिष्ट के पुनर्चक्रण आदि के समाधान पर कार्य करेंगे। अमेरिका में डीप सेक्टर जीडीपी में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा केे साथ तकनीक का उपयोग आज महत्ती आवश्यकता हो गई है इसके बिना कोई प्रोग्राम आगे नहीं बढ़ सकता है इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा से ही बच्चों को कम्प्यूटर का ज्ञान कराया जाना आवश्यक हो गया है इसी को ध्यान मेें रखते हुए यह एमओयू किया गया है जिसके तहत आईटी व मैनेजमेंट के विद्यार्थियों को छह माह की इंटरशिप कराई जायेगी जिससे विद्यार्थी आत्मनिर्भर बन सके। 

इन विषयों पर बनी सहमति:-

 एमओयू के तहत दोनों संस्थानों के बीच वर्ष में कम से कम एक राष्ट्रीय संगोष्ठी करने, एक सप्ताह से लेकर एक माह तक का फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम, शौधार्थियों का आदान प्रदान, कौशल विकास के साझा प्रोग्राम पर सहमति बनी। 

निजीसचिव केके कुमावत ने बताया कि इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉ. पारस जैन, प्रो. मंजु मांडोत, डॉ. हीना खान, डॉ. नीरू राठौड़, डॉ. मनीष श्रीमाली, डॉ. भारत सिंह देवड़ा, डॉ. दिनेश श्रीमाली, डॉ. चन्द्रेश छतलानी, डॉ. प्रदीप शक्तावत, डॉ. दिलिप चौधरी, डॉ. भरत सुखवाल, डॉ. संजय चौधरी सहित संकाय सदस्य उपस्थित थे।

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