आलोक में विज्ञान की उड़ान, भारतीय खेलों की धड़कन और सृजनात्मक प्रतिभा का उज्ज्वल संगम छात्र छात्राओं ने क्रिएटिव कोस्मो प्रदर्शनी मे प्रदर्शित किये विभिन्न मॉडल , दिखाई प्रतिभा
आलोक में विज्ञान की उड़ान, भारतीय खेलों की धड़कन और सृजनात्मक प्रतिभा का उज्ज्वल संगम
छात्र छात्राओं ने क्रिएटिव कोस्मो प्रदर्शनी मे प्रदर्शित किये विभिन्न मॉडल , दिखाई प्रतिभा
उदयपुर संवाददाता जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल । आलोक संस्थान के आलोक हिरण मगरी सेक्टर 11 परिसर विज्ञान, कला और भारतीय खेलों की अद्भुत ऊर्जा से सराबोर रहा। उत्कर्ष दिवस के अवसर पर क्रिएटिव कोस्मो प्रदर्शनी मे छात्र-छात्राओं ने अपनी सृजनात्मकता, वैज्ञानिक दृष्टि और खेल प्रतिभा का जो भव्य प्रदर्शन किया उसने उपस्थित सभी अतिथियों को प्रभावित किया।कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ मुख्य अतिथि जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ के कुलपति प्रो. कर्नल एसएस सारंगदेवोत,
विशिष्ट अतिथि समाजसेवी गजपाल सिंह राठौड़, प्रमोद सामर, रविन्द्र श्रीमाली द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. प्रदीप कुमावत ने की।
कार्यक्रम में क्रिएटिव कॉस्मो थीम के अंतर्गत विद्यार्थियों ने 51 से अधिक चलित विज्ञान मॉडल प्रस्तुत किए। रोबोटिक्स द्वारा वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने की तकनीक, सौर ऊर्जा आधारित औद्योगिक समाधानों के प्रभावी नमूने, तथा सज्जनगढ़ व उदयपुर की विभिन्न विरासत स्थलों के आकर्षक मॉडल सभी ने छात्रों की प्रतिभा और नवाचार क्षमता को उजागर किया।
इसके साथ ही भारतीय पारंपरिक खेलों का लाइव प्रदर्शन भी कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा। कबड्डी, खो-खो और नेटबॉल जैसे खेलों में छात्रों ने कौशल, अनुशासन और टीमवर्क का प्रेरक परिचय दिया।
इस अवसर पर आलोक संस्थान के निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत द्वारा बनाई गई 101 पेंटिंग्स का विशेष प्रदर्शनी रूप में अवलोकन भी कराया गया जिसने छात्रों में कला एवं सौंदर्यबोध के प्रति रुचि जगाई।
आरंभ में आलोक के प्रशासक निश्चय कुमावत ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा आलोक हिरणमगरी के प्राचार्य शशांक टांक ने आभार व्यक्त किया। प्रतीक कुमावत द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।
मुक्ताकाशी मंच और व्यास सभागार दोनों ही स्थलों पर छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वातावरण को उल्लास एवं उत्साह से भर दिया। इस अवसर पर कक्षा 6 के छात्र-छात्राओं द्वारा वायु प्रदूषण, जल शोधक, वर्ग और क्यूब, लोकतंत्र, बांध, भिन्न के नियम, पृथ्वी, कक्षा 7 के छात्र-छात्राओं द्वारा ट्रिग्नोमेट्री पार्क, लैन-लोकल एरिया नेटवर्क, ट्रिग्नोमेट्री पार्क, सोशल नेटवर्किंग, कक्षा 8वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा सेंसर, कठपुतली शो, औद्योगिक प्रदूषण, 3डी आकृतियाँ, चंद्रयान 3, कक्षा 9वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा आयत के सापेक्ष वृत्त का क्षेत्रफल, क्षेत्रफल का आयतन, सीखने का खेल, कक्षा 11वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा सौर ऊर्जा ट्रैकर, वायु शोधक, कार्बन अवशोषक, पीजोइलेक्ट्रिक उत्पादन, कक्षा 4 और 5वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा ग्रीन हाउस प्रभाव, ज्वालामुखी, परिवहन के साधन, पृथ्वी का घूर्णन, सऊदी अरब का रेगिस्तान, पेड़ बचाएँ-ऊर्जा बचाएँ, पहिया और धुरा मॉडल प्रदर्शित किये गए।
इस अवसर पर मनोज कुमावत, निर्मल सिंघवी, कांता कुमावत, विद्या कुमावत, प्रताप राय चुग, कमलेन्द्र सिंह पवार सहित विभिन्न संस्थाओ, संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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