विश्व चीता दिवस पर विशेष राज्य सरकार ने बांरा जिले के रामगढ़ क्रेटर को घोषित किया , देश का पहला अधिसूचित भू विरासत स्थल**
*विश्व चीता दिवस पर विशेष राज्य सरकार ने बांरा जिले के रामगढ़ क्रेटर को घोषित किया , देश का पहला अधिसूचित भू विरासत स्थल******
विश्व चिता दिवस पर विशेष राज्य सरकार के द्वारा बांरा जिले के रामगढ़ क्रेटर को घोषित किया ,, देश का पहला अधिसूचित भू विरासत स्थल ।।। गुरुवार को आठवें दिन भी क्रेटर से आए चीतें का मूवमेंट बना रहा। यहां चीता का ठहराव हुआ ।
शाहाबाद जंगल सटे क्रूनो नेशनल पार्क में अफ्रीका और नामीबिया से चीतों का पुनर्वास किया गया है । अस्तित्व को खुले में छोड़ते ही यह शाहाबाद किशनगंज के जंगलों में पहुंच रहे हैं। जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर रामगढ़ क्रेटर को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के परामर्श पर 2 साल पहले ही राज्य सरकार ने आधिकारिक रूप से भारत की पहली जिओ हेरिटेज साइट घोषित किया था।
रामगढ़ क्रेटर को विश्व का 200 वां और देश का तीसरा क्रेटर होने का दर्जा प्राप्त है । रामगढ़ क्रेटर उल्का पिंड से निर्मित आदिकालीन तीन क्रेटरों में से एक है । वन्य जीव विशेषज्ञों का कहना है कि जंगल में चीता के रहवास के लिए अनुकूल है। जैसे-जैसे चीतो की संख्या में इजाफा होगा । यहां जिले के संपूर्ण जंगलों में पहुंचकर टेरेटरी बनाएंगे । और प्राकृतिक रूप से क्रूनो और बांरा के जंगल जुड़े हुए हैं यहां वन्यजीवों की आवाजें होती है इन्हीं मार्गो से चीता भी यहां पर पहुंच रहा है, चीता के पी 2 भी इसी मार्ग से यहां पर पहुंचा है। इसमें 1440 हेक्टेयर में कंजर्वेशन रिजर्व रामगढ़ में विभागीय अधिकारियों के अनुसार रामगढ़ क्रेटर का आखिरी 500 हेक्टर क्षेत्र संरक्षित होगा । निवर्तमान उपवन संरक्षण दीपक गुप्ता ने रामगढ़ में 1440 सेक्टर और कुंजी सुवांस में 2368 सहित कुल 3808 हेक्टर में कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया था। तब रामगढ़ स्थित पुष्कर झील को वेटलैंड घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि चीता को लेकर शाहाबाद किशनगंज के जंगल में अनुकूल परिस्थितियां है।
रामगढ़ में आज चांदमारी क्षेत्र में रहा मुवमेंट, फिलहाल ट्रेकुलाइज का प्लान नहीं।। मिनी खजुराहो भंडदेवरा के लिए विख्यात रामगढ़ में क्रेटर स्थल पर दसवीं सदी में मालवा के नागवंशी राजा मलय वर्मा की ओर से बनवाया गया था।
ऐतिहासिक खजुराहो शैली का शिव मंदिर भांड देवरा आस्था व धार्मिक पर्यटन का महत्वपूर्ण स्थल है साथ ही रामगढ़ पहाड़ी पर स्थित अन्नपूर्णा क्रष्णाई माताजी भी आस्था का केंद्र है यहां बड़ी संख्या में लोग आए दिन घूमने के लिए आते हैं।
किशनगढ़ किशनगंज रामगढ़ कृष्णाई व अन्नपूर्णा माताजी मंदिर पुजारी कालू लाल गुर्जर ,पूर्व पंचायत समिति सदस्य तुलसीराम बारवाल ने बताया कि अफ्रीका का मेहमान ने चांद मारी की तलाई की ओर कच्चे रास्ते की ओर अपना डेरा डाला हुआ है।
इसको रामगढ़ ग्रेटर अच्छे से रास आ गया है लेकिन इसका डर बना हुआ है । वन विभाग को वहां पर अतिरिक्त सुरक्षा के अंजाम करने चाहिए । अब तक चीता ने एक नीलगाय और एक बछड़े का शिकार किया है । बसवाल ने बताया कि भरपूर जंगल पर्याप्त पानी ,अनुकूल वातावरण मिलने के चलते यहां से अब इस चीता की वापस जाने की संभावना कम है । वन विभाग के अलावा क्रूनो से आई टीम व मेडिकल की लगातार निगरानी रखी जा रही है ।रामगढ़ में माताजी मंदिर के दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अतिरिक्त सूरक्षा के इंतजाम किए गए है ।
रिपोर्टर:: वॉइस ऑफ़ मीडिया:: राजस्थान
शिंभू सिंह शेखावत

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