स्वयं सिद्धा 2025’ ने रचा नया इतिहास,उदयपुर में गूंजा आत्मनिर्भर नारी का स्वर, 11 हजार से अधिक लोगों की भागीदारी, 55 लाख का व्यापार हुआ
स्वयं सिद्धा 2025’ ने रचा नया इतिहास,उदयपुर में गूंजा आत्मनिर्भर नारी का स्वर, 11 हजार से अधिक लोगों की भागीदारी, 55 लाख का व्यापार हुआ
उदयपुर संवाददाता जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। लघु उद्योग भारती महिला इकाई, उदयपुर द्वारा शुभकेसर गार्डन में आयोजित तीन दिवसीय “स्वयं सिद्धा 2025” प्रदर्शनी ने इस वर्ष नया इतिहास रच दिया। कल संपन्न हुए इस भव्य आयोजन में 11,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया और 55 लाख रुपये से अधिक का व्यापार हुआ।
इस प्रदर्शनी का उद्देश्य महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना, हस्तशिल्प और हैंडमेड उत्पादों को बढ़ावा देना तथा नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करना रहा। आयोजन में 101 महिला उद्यमियों ने पूरे भारतवर्ष से आकर अपने उत्पाद प्रदर्शित किए। जिनमें हस्तशिल्प, वस्त्र, ज्वेलरी, फूड प्रोडक्ट्स, होम डेकोर और कई इनोवेटिव स्टार्टअप आइडियाज शामिल रहे।
तीन दिनों तक चला यह आयोजन उत्साह, रंग और रचनात्मकता से भरपूर रहा। शहरवासियों ने परिवार सहित प्रदर्शनी का आनंद लिया और स्थानीय उत्पादों को भरपूर सराहा। नेटवर्किंग और ग्रोथ सेशन, स्किल डवलपमेंट वर्कशॉप और महिला नेतृत्व सत्रों ने महिलाओं को प्रेरित किया कि वे अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाएँ।
लघु उद्योग भारती महिला इकाई, उदयपुर परिवार ने सभी आगंतुकों, गणमान्य अतिथियों और सहयोगियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। विशेष धन्यवाद प्रायोजकों पीएमसीएच हॉस्पिटल, राजेन्द्र टोयोटा तथा मीडिया पार्टनर्स वन टू ऑल के सहयोग से आयोजन को नई ऊँचाइयाँ मिलीं।
महिला इकाई की अध्यक्ष और संयोजक टीम ने बताया कि “स्वयं सिद्धा” केवल एक प्रदर्शनी नहीं बल्कि ‘आत्मनिर्भर नारी दृ आत्मनिर्भर भारत’ का प्रतीक बन चुकी है। इस आयोजन में भाग लेने वाली प्रत्येक उद्यमी ने यह साबित किया कि समर्पण और लगन से महिलाएँ हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
लघु उद्योग भारती, उदयपुर की सभी इकाइयों गिर्वा, उदयपुर, सुखेर, मादड़ी, कलादवास, गुढ़ली एवं अहिल्याबाई होल्कर महिला इकाई के एकजुट प्रयास से यह आयोजन सफलता की नई मिसाल बन गया।
आयोजन का समापन सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागी उद्यमियों को सम्मानित किया गया और उनके योगदान को सराहा गया। स्वयं सिद्धा 2025 ने न केवल व्यापारिक दृष्टि से उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की, बल्कि उदयपुर की धरती पर महिला सशक्तिकरण का सशक्त संदेश भी दिया।

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