लक्खा, स्वाति ने मेले में बनाया भक्तिमय माहौल। मीरा का मेवाड़ रंगा कृष्ण के रंग में। खूब झूमे शहरवासी। आज महाआरती के साथ होगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन। मेला 23 अक्टूबर तक रहेगा यथावत
लक्खा, स्वाति ने मेले में बनाया भक्तिमय माहौल।
मीरा का मेवाड़ रंगा कृष्ण के रंग में।
खूब झूमे शहरवासी।
आज महाआरती के साथ होगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन।
मेला 23 अक्टूबर तक रहेगा यथावत
उदयपुर संवाददाता जनतंत्र की आवाज विवेक अग्रवाल। नगर निगम दीपावली मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पांचवें दिन का पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। लखबीर सिंह उर्फ लक्खा एवं स्वाति द्वारा एक से एक भक्तिमय प्रस्तुतियों से निगम मेला कृष्ण की भक्ति के रंग में रंग गया।
नगर निगम मेला संयोजक दिनेश मंडोवरा ने बताया कि बुधवार को शहर विधायक ताराचंद जैन, वंडर सीमेंट डायरेक्टर परमानंद पाटीदार, निवर्तमान उप महापौर पारस सिंघवी, समाजसेवी गजपाल सिंह, निवर्तमान सांस्कृतिक समिति अध्यक्ष चंद्रकला बोलिया, आयुक्त अभिषेक खन्ना आदि द्वारा मां सरस्वती एवं श्री गणेश जी को प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि बुधवार की शाम मेले में भक्ति और शक्ति के नाम रही। कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार के छबरा की प्रसिद्ध भजन गायक राम आयेंगे फेम स्वाति मिश्रा ने राम आयेंगे आयेंगे राम आयेंगे ओर मंगल भवन अमंगल हारी गाकर आराध्य प्रभु राम की भक्ति की बौछार कर की। उसके बाद तुम उठो सिया श्रृंगार करो धनुष राम ने तोड़ है, रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया, खाटू वाले श्याम , प्रभु कृष्ण आदि भजन ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। ठाकुर जी, राधा रानी, राम दरबार, शिव के भजन की प्रस्तुतियों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की जीवनी को जीवन में उतारने का संदेश दिया। स्वाती द्वारा दिए भजनों की प्रस्तुतियो को सुन कर उपस्थित दर्शकों में भक्ति का ज्वार भर दिया। स्वाती द्वारा एक से बढ़ कर एक गाए राम, कृष्ण भजनों से उपस्थित दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। उसके बाद मंच को प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर लक्खा ने संभाला। लक्खा द्वारा गाए पहले ही भजन बिगड़ी मेरी बना दे से मेला स्थल को तालिया से गुंजायमान कर दिया, माता रानी के भजन पर दर्शकों ने खड़े होकर हाथ जोड़कर प्रार्थना की। लक्खा ने माता रानी के भजन दरबार तेरा पहाड़ों में, मैया का चोला है रंगला, मै खड़ा द्वारे तेरे, ने पूरे मेले को एक प्रेम मय वातावरण में बदल कर रख दिया। कार्यक्रम में दोनो कलाकारों द्वारा मातारानी , राम, कृष्ण, शिवजी और देशभक्ति के भजनों की प्रस्तुतियों से सभी को मग्न कर दिया,एक से बढ़कर एक भक्तिमय गानों की प्रस्तुति से दर्शक गदगद हो उठे और उन्हे यह आभास हो रहा था की वह उदयपुर मेले में न बैठकर माता की चौकी या राम की नगरी अयोध्या, कृष्ण नगरी वृंदावन और शिव की नगरी काशी का सजीव चित्रण सुन रहे हैं।
खूब झूमे शहरवासी।
नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि बुधवार को नगर निगम दीपावली मेले में आयोजित हुई भजन संध्या में शहरवासियों ने खूब झूम कर भजनों का आनंद लिया। माता के भजनों से पूरे समय दर्शकों का जोश कम नहीं होने दिया। अधिकांश समय दर्शक अपने स्थान पर खड़े होकर खूब नाचते गाते रहे।
लक्खा 50 सालों से तो स्वाति 3 सालों से गा रही भजन।
भक्ति संध्या के दौरान भजन गायक कलाकारों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि दोनों भजन गायक वर्षों से भजन गाकर लोगों के मन में भक्ति का ज्वार भर रहे हैं लक्खा जहां 50 वर्षों से भजन गाकर लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं वहीं स्वाति 3 वर्ष पहले से सार्वजनिक कार्यक्रमों में भजन गाना शुरू किया है लक्खा में कई प्रसिद्ध भजन गाकर हिंदुस्तान में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। लक्खा ने माता के भजनों को गाकर जहां पूरी दुनिया में ममता का ज्वार भरा है वहीं स्वाति ने विशेष तौर पर राम , कृष्ण के भजन गाकर लोगों के मन में ईश्वर की भक्ति भरी है दोनों ने भजन के सांस्कृतिक प्रदूषण पर रोक लगाने की मांग की है उन्होंने कहा कि वर्तमान में भजनों में रीमिक्स को आदि जल्द ही प्रसिद्धि पाने के चक्कर में अपनाया जा रहे हैं जो की एक तरह से संस्कृत हमला है यदि इसको हमने नहीं रोका तो एक दिन हमारी संस्कृति पूरी तरह प्रदूषित हो जाएगी।
मेले में खूब रही भीड़।
नगर निगम दीपावली मेला 2025 दिनों दिन परवान पर चढ़ रहा है। मेले में लगे झूले मेलार्थियों को बहुत आकर्षित कर रहे हैं। इस बार दीपावली मेले में चांद तारा, मिकी माउस, नाव, 80 फीट ऊंचा झूला, ऑक्टोपस झूला, ड्रैगन झूला, टोरा टोरा, ब्रेक डांस झूला के साथ साथ एक से एक बढ़कर झूले मेले में लगाए गए हैं। शाम ढलते ही झूलों में बैठने की कतारें शुरू हो जाती है जो देर रात तक अनवरत जारी रहती है। बड़ों के साथ साथ बच्चों के झूले भी सभी को मोहित कर रहे हैं।
महा आरती से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा समापन।
नगर निगम दीपावली मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन गुरुवार को महा आरती के साथ हो जाएगा, मेला अनवरत 23 अक्टूबर तक चलता रहेगा जिसमें झूले एवं दुकानें यथावत रहेगी। शहर वासी बनारस के गंगा घाट पर होने वाली महा आरती के दर्शन उदयपुर के नगर निगम मेले में पहुंचकर कर सकते हैं।

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