दर्शन विज्ञान प्रकोष्ठ के तत्वावधान में एक संगोष्ठि का आयोजन हुआ।
दर्शन विज्ञान प्रकोष्ठ के तत्वावधान में एक संगोष्ठि का आयोजन हुआ।
राकेश जैन राजस्थान उदयपुर प्रोफेसर पारसमल अग्रवाल ने भारतीय संस्कृति में 10वीं सदी में वर्णित सात चक्रों के ज्ञान का वर्णन करने वाली आधुनिक अमरीकी लेखिका डॉ केरोलीन मिस Caroline Myss द्वारा लिखित व 18 भाषाओं में अनुकदत लाखों की संख्या में विक्रीत पुस्तक ‘एनाटोमी ऑफ स्पिरिट Anatomy of Sprit का परिचय प्रदान किया।
समीक्षा प्रस्तुत करते हुए मीडिया प्रभारी प्रोफेसर विमल शर्मा ने बताया कि कैरोलीन मिस द्वारा लिखित "एनाटॉमी ऑफ द स्पिरिट" पुस्तक शारीरिक बीमारियों और आध्यात्मिक भावनात्मक स्वास्थ्य के बीच के संबंध को समझाती है। इसमें बताया गया है कि हमारे विश्वास और रवैये attitudes का शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर प्रभाव पड़ता है। कैरोलीन मिस के अनुसार, बीमारी अक्सर गहरे आध्यात्मिक या भावनात्मक असंतुलन का संकेत होती है, और इन असंतुलनों को दूर करना स्वस्थ होने के लिए आवश्यक है। डॉ मनीष जैन ने “जैन ग्रन्थों में ज्योतिण” विषय पर अपनी विवेचना प्रस्तुत की। डॉ के एल कोठारी, डॉ प्रेम सुमन जैन, श्री अशोक जेतावत आदि विद्वानों ने भी अपने विचार रखे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें