बीकानेर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना पर्यावरण संघर्ष समिति खेजड़ला के तत्वावधान में जारी
*बीकानेर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने धरना पर्यावरण संघर्ष समिति खेजड़ला के तत्वावधान में जारी
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बीकानेर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने पर्यावरण संघर्ष समिति खेजड़ला के तत्वावधान में विगत दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है , जिसमें बीकानेर जिले के आसपास गांवों के जनप्रतिनिधिगण पूर्व विधायक गोविंदराम मेघवाल भी संघर्ष समिति के साथ होने का दावा कर रहे थे। और आम जन पर्यावरण बचाने हेतु धरना स्थल पर मौजूद रहे।
उक्त धरना प्रदर्शन पर्यावरण संघर्ष समिति खेजड़ला अर्थात खेजड़ी के पेड़ जो की संस्कृत में शमी वृक्ष जाना जाता है। जो की रेगिस्तान में यह प्रकृति का उपहार है । उसकी वर्तमान में सोलर एनर्जी प्लांट संयंत्र बहुतायत स्थानों पर सैकड़ो बीघा जमीनों पर स्थापित किये जा रहे हैं । उनके प्लांट लगाने में खेजड़ी वृक्ष बाधा आने से इस वृक्ष की अंधाधुंध कटाई की जा रही है, जबकि वृक्षारोपण नगण्य है। तो धरती हरी भरी कहां से होगी । धरती का विशेष तौर से रेगिस्तान धरा का गहना/आभूषण व शोभा खेजड़ी का वृक्ष ही है ,जो अत्यधिक गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में सहनशक्ति रखने वाली प्रकृति की अनुपम देन है।
विडंबना कहे या संयोग *खेजड़ी का वृक्ष जिसे राजस्थान का राज्य वृक्ष कहा जाता है* इसके अवैध काटे जाने पर सजा व जुर्माना का भी प्रावधान है ! लेकिन विकास के नाम पर बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपना स्वार्थ एवं मुनाफा के मध्य ही टिकी हुई है अर्थात स्थिर है । उन बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सिर्फ और सिर्फ अपना हित ही नजर आता है, जनहितकारी नहीं । क्योंकि प्रकृति का श्रृंगार कहे जाने वाले हरें वृक्ष अंधाधुंध काटे जा रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए ।प्रकृति के साथ खिलवाड़ का नतीजा वर्तमान में हम सभी के सामने है। और यदि यूं ही अंधाधुंध हरे वृक्षों की बलि चढ़ती रही, तो वह दिन दूर नहीं जब पृथ्वी का पर्यावरण संतुलन पूर्णतया समाप्ति की कगार पर होगा।
इसलिए अभी भी समय है कि अधिकाधिक संख्या में वर्षा के मौसम में घनें और छायादार पेड़ों का वृक्षारोपण किया जाएं। साथ ही उनका संरक्षण नितांत आवश्यक है। सिर्फ पेड़ लगाकर फोटो, सेल्फी लेने से ही समाधान नहीं होगा। सही मायनों में वृक्षों का कम से कम तीन चार वर्ष तक संपूर्ण संरक्षण हो, तब ही हमारी धरती हरी भरी रहेगी, और हमारा पर्यावरण संतुलन नहीं बिगड़ेगा।
इलेक्ट्रिक न्यूज़ रिपोर्टर शिंभू सिंह शेखावत राजस्थान
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