राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय "विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी" का हुआ समापन*
*राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय "विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी" का हुआ समापन*
*वैज्ञानिक नवाचार से देश ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अर्जित की है विशिष्ठ उपलब्धियां : प्रो.बीएल वर्मा, कुलगुरु*
कोटा, 03 दिसंबर, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, अहमदाबाद द्वारा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर में आयोजित 1 से 3 दिसंबर तक तीन दिवसीय विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी का आज वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा के कुलगुरु प्रो.बीएल वर्मा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। आरटीयू के सह-जन संपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि तीन दिन तक चलने वाली इस प्रदर्शनी ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और खगोल अध्ययन के क्षेत्र में रुचि रखने वाले हजारों विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और आम नागरिकों को आकर्षित किया। विद्यार्थियों, शिक्षकों ने इस प्रदर्शनी का रोजाना भ्रमण कर अंतरिक्ष विज्ञान का जिवंत अनुभव कर अपनी जिज्ञासा का समाधान किया। इस अवसर पर प्लेसमेंट एवं प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ मनीष चतुर्वेदी एवं डॉ भुवनेश शर्मा,वरिष्ठ वैज्ञानिक, इसरो डॉ.एसपी व्यास एवं नेहा गौड़ मिश्रा सहित असंख्य प्रतिभागी भी उपस्थित रहे।
*समापन समारोह के मुख्य अतिथि कुलगुरु प्रो.बीएल वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि* पिछले तीन दिवस तक चली इस प्रदर्शनी युवा पीढ़ी में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित किया है। उन्होंने प्रतिभागियों से अपील की इस प्रदर्शनी से प्रेरित होकर यह संकल्प लें कि वह भविष्य में अंतरिक्ष अनुसंधान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, और नवाचार के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे। हमारा देश आज अंतरिक्ष विज्ञान में विश्व भर में अग्रणी स्थान प्राप्त कर रहा है। विद्यार्थियों की रचनात्मकता और जिज्ञासा ही उनकी शक्ति है, जो उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करती है। जिज्ञासा को हमेशा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि वह अभिनव विचारों के माध्यम से भविष्य की संभावनाओं के नए द्वार खोलें सके। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भविष्य में भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में और भी अधिक प्रगति करेगा फलस्वरूप नई प्रतिभाओं के लिए अपार अवसर उपलब्ध होंगे।
*कुलगुरु प्रो. निमित चौधरी ने सभी आगंतुकों और प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि* हमारी युवा पीढ़ी में असीम वैज्ञानिक संभावनाएं हैं। ब्रह्मांड और अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति जिज्ञासा को बढ़ावा देने के साथ ऐसे आयोजन न केवल ज्ञान को विकसित करते है बल्कि नवाचार और शोध की भावना को भी प्रोत्साहित करते है मानवता की प्रगति और समाज के विकास के लिए विज्ञान का प्रयोग हितकारी है। विज्ञान केवल प्रयोगशालाओं तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, इस प्रदर्शनी में छात्रों के उत्साह से यह साबित होता है कि नई पीढ़ी न केवल जिज्ञासु है, बल्कि समाज की समस्याओं को समाधान देने का उत्साह भी रखती है। हमारा प्रयास रहेगा कि अगले वर्ष प्रदर्शनी को और भी विस्तृत रूप में आयोजित किया जाएगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय सहयोग और उन्नत तकनीकी प्रदर्शनों को शामिल किया जाए।


टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें